Dungarpur: राजस्थान के डूंगरपुर जिले में रीट लेवल फर्स्ट में सलेक्टेड कई स्टूडेंट की फर्जी मार्कशीट का मामला सामने आया है. इन स्टूडेंट की डीएलएड मार्कशीट के सत्यापन में फर्जी होना पाया है. ऐसे में अब स्टूडेंट ने कोचिंग सेंटर के खिलाफ प्रदर्शन कर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. कोचिंग सेंटर की ओर से ढाई-ढाई लाख रुपए लेकर डूंगरपुर में करीब 450 से ज्यादा स्टूडेंट को फर्जी मार्कशीट दी गई है. इधर सलेक्शन होने के बाद मार्कशीट फर्जी निकलने से शिक्षक बनने का सपना इन अभ्यर्थियों का सपना ही बनकर रह गया है. 


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रीट लेवल फर्स्ट के रिजल्ट के बाद शिक्षा विभाग की ओर से कई स्टूडेंट के डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के लिए यूनिवर्सिटी और कॉलेज को भेजे गए. इसमें झुंझनू के सिंगानिया यूनिवर्सिटी की ओर से आई रिपोर्ट में उनके यूनिवर्सिटी की मार्कशीट फर्जी होना बताया है. मामले का पता स्टूडेंट को लगा तो वे भी चौंक गए. स्टूडेंट शहर के अस्पताल रोड पर स्थित परिष्कार कोचिंग सेंटर पहुंचे तो कोचिंग सेंटर संचालक दिग्पालसिंह भी गायब हो गया और सेंटर पर ताले लगे देख चौंक गए. 


स्टूडेंट महिपाल सिंह, महेंद्र सिंह ने बताया कि उनके साथ 450 से ज्यादा स्टूडेंट ने इसी कोचिंग से डीएलएड की डिग्री ली थी. इसके लिए उनसे ढाई -ढाई लाख रुपए लिए हैं. महिपाल सिंह ने बताया कि डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन का पता लगाने वे झुंझनू यूनिवर्सिटी भी गए, जहां उनके सेकंड ईयर की फीस जमा नहीं होने से यूनिवर्सिटी की ओर से कोई मार्कशीट जारी नहीं होना बताया. ऐसे में स्टूडेंट यूनिवर्सिटी से बैरंग लौट आए. स्टूडेंट ने बताया कि उनसे पूरी फीस लेने के बावजूद डूंगरपुर के परिष्कार कोचिंग सेंटर संचालक की ओर से फर्जी मार्कशीट दी गई और उनके साथ धोखाधड़ी की गई.


धोखाधड़ी के शिकार स्टूडेंट महिपाल सिंह और महेंद्र सिंह समेत कई स्टूडेंट कलेक्ट्री पहुंचे. स्टूडेंट ने कोचिंग सेंटर संचालक के खिलाफ प्रदर्शन किया और सख्त कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं. स्टूडेंट का कहना है कि कोचिंग सेंटर संचालक ने फर्जी मार्कशीट देकर उनके अपने और केरियर बर्बाद कर दिया है.



Report: Akhilesh Sharma