ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री के बयान के विरोध में डूंगरपुर जिले के सरपंच भी लामबंद, सरपंचों ने जताया आक्रोश
प्रदेश के ग्रामीण विकास और पंचायतीराज मंत्री रमेशचन्द्र मीणा द्वारा नागोर और बाड़मेर जिलों में करोड़ों के भ्रष्टाचार के आरोप लगाने का मामला गर्माता जा रहा है.
Aspur: प्रदेश के ग्रामीण विकास और पंचायतीराज मंत्री रमेशचन्द्र मीणा द्वारा नागोर और बाड़मेर जिलों में करोडो के भ्रष्टाचार के आरोप लगाने के बयान के मामले में डूंगरपुर जिले के सरपंच भी लामबंद हो गए है. राजस्थान सरपंच संघ के आव्हान पर डूंगरपुर जिला सरपंच संघ के निर्देश पर डूंगरपुर जिले की सभी 353 पंचायतों में सरपंचों ने तालेबंदी करके आक्रोश जताया. वहीं मंत्री मीणा को पद से हटाने की मांग की है.
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प्रदेश के ग्रामीण विकास और पंचायतीराज मंत्री रमेशचन्द्र मीणा द्वारा नागोर और बाड़मेर जिलों में करोड़ों के भ्रष्टाचार के आरोप लगाने का मामला गर्माता जा रहा है. इसी के तहत डूंगरपुर जिले का सरपंच संघ भी मंत्री के खिलाफ लामबंद हो गया है. पंचायत राज मंत्री रमेशचंद्र मीणा को पद से हटाने की मांग को लेकर प्रदेशव्यापी आव्हान पर आज जिलेभर के सरपंचों ने खुद अपने हाथों से पंचायतो पर तालाबंदी की. जिला सरपंच संघ अध्यक्ष लीलाराम वरहात ने बताया की पंचायत राज मंत्री रमेश मीना की तानाशाही से पूरे प्रदेश में कामकाज ठप है.
विभाग थम गया है, मंत्री ने जब से पदभार संभाला है उसी दिन से प्रदेश में पंचायत राज की कमर टूट गई है. बजट नहीं होने से पंचायतों का कामकाज बंद है और आमजन विकास ठप होने से त्रस्त है. इधर, प्रदेश की की बाड़मेर व नागोर जिलो में करोड़ों के भ्रष्टाचार के बयान और जांचे करवाकर सरपंचों को परेशान करने का काम किया जा रहा है, जिसके चलते सरपंचों में नाराजगी है.
उन्होंने बताया की मंत्री के खिलाफ पूरे प्रदेश में सरपंच आज एकजुट है और पंचायतों पर तालाबंदी की गई. सरपंचों ने सीएम से रमेश मीणा को पंचायतीराज मंत्री के पद से हटाने की मांग की है. इधर पंचायतों पर तालाबंदी से ग्रामीण काफी परेशान दिखाई दिए और लोग पंचायत परिसरों के चक्कर लगाते दिखे.
Reporter: Akhilesh Sharma