Dungarpur: डूंगरपुर जिले के बिछीवाड़ा ब्लाक के करोली के सरकारी स्कूल की एक शिक्षिका ने खुद भामाशाह बनते हुए स्कूल के विकास के लिए 1 लाख एक हजार 111 का चेक स्कूल को भेट को किया है. शिक्षिका के जरिए दी गई  इस राशि को स्कूल के भवन की मरम्मत और अन्य उपयोगी कार्य में उपयोग किया जाएगा. इधर इस मौके पर जिला शिक्षा अधिकारी ने भामाशाह बनी शिक्षिका दीपिका द्वे का सम्मान भी किया.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

यह भी पढ़ें - Kota: बेमौसम हुई बारिश से 2 लाख हेक्टेयर की फसल गली, 700 करोड़ रुपए का नुकसान, अब दिवाली भी मनेगी काली


दरअसल, डूंगरपुर जिले के बिछीवाडा ब्लाक के राजकीय उच्च माध्यमिक स्कूल करोली के भवन की हालत ठीक नहीं थी. जिसकी मरम्मत की आवश्यकता थी. स्कूल प्रशासन ने विभाग से भवन की हालत सुधारने की मांग की थी. वही भामाशाहो के सहयोग के लिए भी प्रयास किये जा रहे थे. स्कूल और वहां पढ़ने वाले बच्चो की परेशानी को देखते हुए स्कूल की शिक्षिका दीपिका दवे ने आगे आते हुए पहल की.


शिक्षिका दीपिका दवे दिसंबर में रिटायर होने वाली है. उससे पहले उन्होंने स्कूल के लिए कुछ करने की ठानी. वही अपने सार्वजनिक विभाग से रिटायर हुए अपने पति हरिप्रसाद से प्रेरित होकर स्कूल विकास के लिए आर्थिक सहयोग करने का निर्णय लिया. इसी के तहत आज करोली स्कूल में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि माध्यमिक शिक्षा विभाग के जिला शिक्षा अधिकारी अमृतलाल कलाल रहे.


इस दौरान शिक्षिका दीपिका दवे और उनके  पति हरिप्रसाद दवे के साथ स्कूल प्रबंधन को एक लाख एक हजार 111 रूपये का चेक भेट किया. वही इस मौके पर शिक्षिका से भामाशाह बनी दीपिका दवे का जिला शिक्षा अधिकारी अमृतलाल कलाल ने भी सम्मान  किया. इस दौरान जिला शिक्षा अधिकारी कलाल ने कार्यक्रम को संबोधित किया. अपने संबोधन में डीईओ कलाल ने शिक्षिका दीपिका दवे की पहल की सराहना की उन्होंने कहा की जिले के कई ऐसे स्कूल है जहा पर छोटे-छूते काम की जरूरत होती है लेकिन बजट के अभाव में वे काम नहीं हो पाते वही भामाशाह भी उपलब्ध नहीं होते. उन्होंने अन्य सरकारी स्कूलों के शिक्षको को शिक्षिका दीपिका से प्रेरणा लेकर अपने स्कूल के विकास योगदान देने का आव्हान किया. इधर इस मौके पर करोली सरपंच बाल शंकर मनात ने भी स्कूल विकास के लिए दस हजार रूपये की राशी भेट की. इस मौके पर ,उपसरपंच धुलाजी, एसडीएम अध्यक्ष डूंगरलाल समाज सेवी रमेश वरियानी, गिरीश पंड्या, प्रज्ञा पंड्या ,पंकज पंड्या भी मौजूद रहे.


Reporter: Akhilesh Sharma