भूलकर भी किसी से न शेयर करें लाइफ की ये 5 बातें
Lifestyle Tips: आजकल की भागती-दौड़ती जिंदगी में हर कोई अपने पास मौजूद लोगों से आगे निकलना चाहता है. इसके लिए कई बार लोगों को वो लोग भी धोखा दे जाते हैं, जिन पर वह सबसे ज्यादा भरोसा करते हैं. आपने देखा होगा कि जिंदगी को बेहतर बनाने के लिए और लोगों की पहचान के लिए आचार्य चाणक्य ने कुछ नीतियां लिखी हैं, जो कि हर सेक्टर के लोगों पर एकदम सटीक बैठती हैं.
कुछ बातों को प्राइवेट रखें
आचार्य चाणक्य के मुताबिक, हर इंसान को कुछ बातों को प्राइवेट रखना चाहिए. भूलकर भी उन्हें किसी के साथ शेयर नहीं करना चाहिए. अगर आप आचार्य चाणक्य की इन बातों को मानते हैं तो आपको अपनी जिंदगी में सफलता की सीढ़ियां चढ़ने से कोई कभी नहीं रोक पाएगा.
हर कोई नहीं होता शुभचिंतक
आचार्य चाणक्य का कहना है कि कभी भी बुद्धिमान व्यक्ति को अपनी पर्सनल लाइफ को दूसरों को नहीं बताना चाहिए. हमेशा सीक्रेट रखना चाहिए. कई बार जिन लोगों को आप अपना शुभचिंतक समझ पर अपनी पर्सनल बातें शेयर करते हैं, वही आपके भरोसे का फायदा उठा ले जाते हैं. अर्थनाशं मनस्तापं गृहे दुश्चरितानि च । वञ्चनं चापमानं च मतिमान्न प्रकाशयेत् ॥१॥
दवा या उपाय का असर
आचार्य चाणक्य के मुताबिक, अगर किसी दवा या फिर उपाय को करने से आप ठीक हुए हैं तो उससे शांतिपूर्ण तरीके से दूसरों का भला करना चाहिए. बताने से उसका प्रभाव खत्म हो जाता है.
कर्म और धर्म के बारे में
कभी भी किसी भी इंसान को अपने कर्म और धर्म के बारे में नहीं बताना चाहिए. शांतिपूर्ण तरीके से इसका पालन करते रहना चाहिए.
धर्म के विरुद्ध
अगर कभी भूल कर भी ऐसी चीज खाली हो, जो धर्म के विरुद्ध हो तो इस बात का खुलासा किसी के सामने नहीं करना चाहिए.
अच्छा या बुरा सीक्रेट
अगर किसी की जिंदगी के बारे में कोई अच्छा या बुरा सीक्रेट पता भी चल जाए तो उसे दूसरों को नहीं बताना चाहिए. शांति से हजम कर जाना चाहिए.
कमजोरी का बखान न करें
आचार्य चाणक्य का कहना है कि कभी भी किसी इंसान को अपनी कमजोरी किसी को नहीं बतानी चाहिए और ना ही खुद पर हावी होने देना चाहिए. सामने वाला हमेशा उसका गलत फायदा उठाता है.
फ्यूचर प्लान और खर्चों के बारे में
आचार्य चाणक्य का कहना है कि कभी भी अपनी कमाई, आमदनी, फ्यूचर प्लान और खर्चों के बारे में किसी से जिक्र नहीं करना चाहिए. पैसों का दिखावा तो भूलकर भी नहीं करना चाहिए.
पारिवारिक कमियों को
कभी भी अपनों से मिले अपमान, दुख, ठोकर या फिर पारिवारिक कमियों को किसी बाहर वाले इंसान के साथ नहीं शेयर करना चाहिए.