हनुमानगढ़: स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया तहसील कमेटी हनुमानगढ़ ने जिले के सबसे बड़े राजकीय नेहरू मेमोरियल पीजी महाविद्यालय में व्याख्याताओं के रिक्त पड़े पदों को भरने की माँग को लेकर महाविद्यालय प्राचार्य को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा. पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष महेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि राजस्थान में कांग्रेस की सरकार विद्यार्थियों, शिक्षा और सरकारी स्कूल, कॉलेजों के नाम पर वाह-वाही लूट रही है, लेकिन अभी भी जिले के सबसे बड़े राजकीय महाविद्यालय में पढ़ाने के लिए सभी विषयों के व्याख्याता तक उपलब्ध नहीं है.


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विद्यार्थियों की कक्षाए नियमित रूप से नहीं लग पा रही हैं. पूरे राजस्थान में व्याख्याताओं के हजारों पद रिक्त है और लगातार छात्र संगठन एसएफआई ने इस मांग को लेकर आंदोलन किया है. इसलिए आज मुख्यमंत्री को दोबारा चिट्ठी भेजी है. अगर सरकार ने जल्द ही छात्र हित में विद्यार्थियों की माँग नहीं मानी तो सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलेंगे.


वहीं, एसएफआई के जिला महासचिव यश चिलाना ने कहा कि महाविद्यालय को सरकारी हुए 12 साल हो चुके हैं, लेकिन अभी भी कर्मचारियों के पद रिक्त है. इसलिए जो व्याख्याता उपलब्ध हैं उन पर शैक्षणिक कार्य के अलावा अतिरिक्त भार सौंपा हुआ है.


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व्याख्याताओं के नहीं होने से प्रभावित हो रही पढ़ाई


ऐसी स्थिति में व्याख्याताओं के अन्य कामों में व्यस्त रहने के कारण विद्यार्थियों की शिक्षा बाधित हो रही और परीक्षा का समय भी नजदीक आ रहा है. विद्यार्थियों को पढ़ाने के लिए व्याख्याता नहीं है और विज्ञान वर्ग के विद्यार्थी जिनके विषयों के स्वीकृत पदों पर 50 प्रतिशत पद खाली पड़े है. इसलिए आज मुख्यमंत्री के प्राचार्य में मार्फत ज्ञापन भेजा है.


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अगर जल्द माँग पूरी नहीं हुई तो उग्र आंदोलन किया जाएगा. इस दौरान एसएफआई के जिला सचिव यश चिलाना, नवनीत साखीजा, अलताफ, देवांश अरोड़ा, सोनू नागपाल, विजय, सोनू कुक्कड़, शिवकान्त, भवानी, देव शर्मा, दीक्षांत आदि अन्य विद्यार्थी उपस्थित रहे.


Reporter- Manish Sharma