Rawatsar News, Hanumangarh: सतगुरु नानक प्रगटया मिटी धुंध जग चानन होया, जो बोले सो निहाल, सत श्री अकाल, वाहेगुरुजी का खालसा वाहेगुरु जी की फतेह के नारों से रेतीले धोरों के बीच स्थित गांव मायला उस वक्त गुंजायमान हो गया, जब रावतसर और हनुमानगढ़ से सिख संगत यहां स्थित श्री गुरुद्वारा साहब पहुंची. संगत का यहां पहुंचने पर पुष्प वर्षा के साथ भव्य स्वागत किया गया. 


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बता दें कि यू तो इस गांव का नाम मायला है, लेकिन यहां पर श्री गुरुद्वारा साहब बनने के बाद से मायला के आगे साहब लगने लग गया और इस गांव का नाम आदर के साथ लेते हुए सिख संगत ने इस गांव को मायला साहब पुकारना शुरू कर दिया. पल्लू तहसील के रेतीले धोरों के बीच स्थित गुरुद्वारा श्री गुरुनानक दरबार में सिखों के प्रथम गुरु श्री गुरुनानक देव जी का प्रकाशोत्सव धूमधाम से मनाया गया. 


प्रकाशोत्सव पर रखे गए श्री अखंड साहब का भोग डाला गया. इस अवसर पर रावतसर, हनुमानगढ़, हरियाणा सहित आसपास की साध संगत ने श्री गुरुद्वारा साहिब में शीश निवा क्षेत्र के खुशहाली की कामना की. गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी द्वारा बाहर से आई साध संगत का पुष्प वर्षा कर सत्कार किया गया. 


इस मौके पर पूरा गांव का माहौल सतनाम श्री वाहेगुरु के नारों से गुंजायमान होकर भक्तिमय हो गया. श्री अखंड पाठ साहब के भोग के बाद साध संगत को बाहर से पधारे रागी जत्थे ने शब्द कीर्तन से साध निहाल किया. इस अवसर पर श्री गुरुद्वारा साहब की विशेष साज सज्जा की गई.  


श्री निशान साहब का चोला बदला गया. श्री दरबार साहब को विशेष रूप से फूलों से सजाया गया. शब्द कीर्तन के बाद गुरु का अटूट लंगर संगत में बरताया गया. संगत ने कतार में बैठकर गुरु का लंगर ग्रहण किया. हनुमानगढ़ से बसों द्वारा सुबह रवाना हुई संगत के लिए रास्ते में श्रद्धालुओं द्वारा संगत के लिए चाय पकौड़ों का लंगर भी जगह-जगह लगाया गया. 


इस अवसर मुख्य सेवादार भाई बूटा सिंह थानेदार, मोहन सिंह आहलूवालिया, जसपाल सिंह, निर्मल सिंह मास्टर, गुरचरण सिंह रामगढ़िया, मलकीत सिंह चौहान, राजू रामगढ़िया, जसवंत सिंह सहित बड़ी संख्या में साध संगत ने भाग लिया.