हड़ताल पर गए 10 हजार मनरेगा संविदाकर्मी, नियमित करने को लेकर जयपुर में डाला डेरा
राजस्थान के 10 हजार मनरेगा संविदाकर्मी हड़ताल पर चले गए है और जयपुर के शहीद स्मारक पर अनिश्चितकाल महापड़ाव डाल लिया है. इस दौरान संविदाकर्मियों ने सरकार और पंचायतीराज विभाग के खिलाफ जमकर हल्ला बोला, नारेबाजी की
Jaipur: राजस्थान के 10 हजार मनरेगा संविदाकर्मी हड़ताल पर चले गए है और जयपुर के शहीद स्मारक पर अनिश्चितकाल महापड़ाव डाल लिया है. इस दौरान संविदाकर्मियों ने सरकार और पंचायतीराज विभाग के खिलाफ जमकर हल्ला बोला, नारेबाजी की. संविदाकर्मियों की मांग है कि उन्हे नियमित किया जाए.
दूसरी तरफ विभाग ने मनरेगा संविदाकर्मियों के अनुबंध समाप्त करने के आदेश दे दिए है. हड़ताल पर जाने वाले कार्मिकों को नोटिस थमाए जा रहे है और अब जल्द ही विभाग कार्मिकों के खिलाफ कार्रवाई करेगा. राज्य में करीब 10 हजार संविदाकर्मी है, जिन्हे करीब करीब सभी को नोटिस थमाए जा रहे है, क्योकि अधिकतर संविदाकर्मी हडताल पर गए गए है. हड़ताल के बाद 3 लाख से ज्यादा श्रमिकों को रोजगार नहीं मिला है, लेकिन अब कार्रवाई के बाद पंचायतीराज विभाग और मनरेगा कार्मिका आमने सामने हो गए है.
हालांकि कुछ दिन पहले पीड़ा लेकर पहुंचना मंत्रीजी को रास नहीं आया था, जनसुनवाई से मनरेगा संविदा कार्मिकों को बाहर निकलवाया मंत्री रमेश मीना ने पंचायतीराज मंत्री रमेश मीना ने एक नहीं सुनी, कार्मिकों की टोंक में जन सुनवाई के दौरान का वाकया मंत्री रमेश मीना ने संविदा कार्मिकों को ये कहकर बाहर किया कि अधिकारियों से मिले नहीं, अफसरों को बताया नहीं जबकि ये तो कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में वादा किया था.जबकि कई बार अपनी मांगों को लेकर सचिव केके पाठक से मिल चुके है.
लेकिन बडा सवाल यही है कि जब मनरेगा के काम पर संकट पैदा हो जाएगा तो श्रमिकों को कैसे 100 दिन का रोजगार मिल पाएगा.