Jaipur: यूनिसेफ (UNICEF) और डिजिटल बाल मेला (Digital Bal Mela) की ओर से आयोजित किए जा रहे "मैं भी बाल सरपंच" अभियान में शनिवार को राजावास गांव में बाल पंचायत ( Bal Sarpanch ) आयोजित हुई. इस बाल पंचायत में बच्चों को पंचायती राज प्रणाली की जानकारी देने के साथ सरपंच के कार्य, अधिकार और ग्राम पंचायत की कार्रवाई के बारे में भी जानकारी दी गई. पंचायत भवन में आयोजित इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में राजावास सरपंच मीनाक्षी मीणा और रामसिंह मीणा मौजूद रहे.


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बाल पंचायत में 5 विद्यालयों के 400 से भी ज्यादा बच्चे मौजूद रहे, जिन्होंने बाल पंचायत का नया रिकॉर्ड कायम किया. इन बच्चों के लिए “बाल सरपंच” प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया. इसमें बाल सरपंच के लिए 36 बच्चों ने दावेदारी पेश की. इसके बाद पंचायत में उपस्थित अन्य बच्चों ने उनके लिए लाइव वोटिंग (live voting) भी की. सरपंच के दावेदार बच्चों ने बताया कि आखिर वह सरपंच बनते हैं तो अपने गांव में क्या बदलाव करेंगे. बाल पंचायत के आयोजन को बच्चों की राजनीतिक जागरूकता के लिए अहम बताते हुए सरपंच मीनाक्षी मीणा ने बच्चों की ओर से उठाई गई स्थानीय समस्या का निवारण करने का वादा किया. साथ ही बच्चों के लिए पंचायत को बाल मित्र पंचायत बनाने की ठानी.


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इस कार्यक्रम में अतिथि के रूप में राजकीय विद्यालय राजावास के प्रिंसिपल शक्ति सिंह के साथ निजी स्कूल के प्रिंसिपल रामपाल शर्मा और चंद्र प्रकाश शामिल हुए. इस अभियान के जरिए चयनित बच्चे डिजिटल बाल मेला की ओर से आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में भी शामिल होंगे. गौरतलब है कि ऐसी ही बाल पंचायतों का आयोजन राजस्थान की अन्य पंचायतों में भी होगा. डिजिटल बाल मेला का नवाचार रखने वाली जाह्नवी शर्मा ने बताया की अगली बाल पंचायत चूरू के देपालसर में 10 अक्टूबर सुबह 11 बजे होगी.


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