डेढ़ दशक बाद वैदिक मंत्रों से गूंजेगी बगरू नगरी, श्रीराम महायज्ञ और श्रीराम कथा का होगा आयोजन
बगरू कस्बे के सावां की बगीची बालाजी मंदिर परिसर में स्थित यज्ञ स्थली पर सोमावर प्रथम नवरात्रि से नव दिवसीय नव कुंडात्मक श्रीराम महायज्ञ एवं श्रीराम कथा का आयोजन किया जाएगा.
बगरू: सावां की बगीची बालाजी मंदिर महंत और यज्ञ प्रेरक पुरुषोत्तमदास महाराज ने बताया कि साकेतवासी बाबा लक्ष्मणदास महाराज व बाबा श्यामदास महाराज के आशीर्वाद से पिछले एक वर्ष से श्री बालाजी महाराज के समक्ष अखंड श्रीरामचरित्र मानस पाठ का वाचन किया जा रहा है. अखंड श्रीरामचरित्र मानस पाठ के वार्षिकोत्सव के उपलक्ष में शारदीय नवरात्रि के प्रथम दिवस 26 सितंबर से विश्व कल्याण की भावना से मंदिर के सामने स्थित यज्ञशाला में बगरू क्षेत्र की जनता जनार्दन के सहयोग से नव दिवसीय नव कुंडात्मक भव्य श्रीराम महायज्ञ, श्रीराम कथा का आयोजन किया जाएगा.
इससे पूर्व 2005 में भी इसी यज्ञ स्थली पर भव्य श्रीराम महायज्ञ का आयोजन किया गया था. करीब डेढ़ दशक बाद फिर से श्रीराम महायज्ञ का आयोजन किया जा रहा है.
नव दिवसीय महायज्ञ के दौरान बगरू कस्बा एक बार फिर वैदिक मंत्रोच्चार से गुंजायमान होगा. महायज्ञ का शुभारंभ सोमवार को सुबह सवा नो बजे कस्बे के तकिया बस स्टैंड स्थित श्री पाल वाले बालाजी मंदिर से महामंडलेश्वर महंत रघुवंशदास महाराज के सान्निध्य में यज्ञाचार्य वेदप्रकाश वेदाचार्य के द्वारा वैदिक मंत्रोच्चार के साथ विधिवत कलश पूजन के बाद गाजे बाजे के साथ 501 महिलाओं के द्वारा निकाली जाने वाली कलश यात्रा के साथ होगा. कलश यात्रा कस्बे के मुख्य बाजारों बिहारी बाजार, जुगल बाजार, रघुनाथ बाजार एवं गंगामाता बाजार से होते हुए सांवा की बगीची स्थल पर पहुंचेगी.
इसके बाद यज्ञ स्थली पर मंडप प्रवेश, अग्नि मंथन एवं अग्नि प्रज्जवलन के साथ श्रीराम महायज्ञ का विधिवत शुभारंभ होगा. यज्ञ का समय प्रतिदिन सुबह 8 बजे से दोपहर 2 बजे तक रहेगा. इससे पश्चात दोपहर 3 बजे से सायं 7 बजे तक संगीतमय श्रीराम कथा का वचन होगा. श्रीराम महायज्ञ के दौरान अनेकों संत महात्माओं का आगमन होगा जिनकी वाणी से श्रद्धालुओं को प्रवचन श्रवण का लाभ मिलेगा. वृन्दावन धाम के राहुल कृष्ण महाराज नव दिवसीय श्रीराम कथा का वाचन करेंगे. श्रीराम महायज्ञ का समापन पूर्णाहुति के साथ महानवमी 4 अक्टूबर को होगा.
रिपोर्टर - अमित यादव
ये भी पढ़ें- जयपुर-बीसलपुर परियोजना का होगा पुर्नगठन, 69.58 करोड़ की निविदा स्वीकृत, पेयजल समस्या का जल्द निराकरण भी