बेबी भालुओं के बाद नन्हे हिरण और बेबी वुल्फ कहेंगे हैप्पी न्यू ईयर
Jaipur News : राजस्थान के नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क(Nahargarh Biological Park) में जल्द ही नन्हे जीव आने वाले हैं. दिसंबर के अंत तक पार्क में बेबी भालुओं के बाद नन्हे हिरण और बेबी वुल्फ, हैप्पी न्यू ईयर करते दिखेंगे. जिसके लिए पार्क प्रबंधन ने पूरी तैयारी कर ली है.
Jaipur News : राजस्थान में सबसे ज्यादा वन्यजीवों का प्रजनन होने का केंद्र नाहरगढ बायोलॉजिकल पार्क बन गया. नाहरगढ बायोलॉजिकल पार्क में करीब 25 प्रजातियों के वन्यजीव निवास करते है. इनमें से 23 प्रजातियों के वन्यजीवों का प्रजनन बायोलॉजिकल पार्क में चल रहा है. आने वाले समय में नाहरगढ बायोलॉजिकल पार्क से खुशखबरी मिलेगी. इसको लेकर वन विभाग के अधिकारी और कर्मचारियों की मॉनिटिरिंग और सुरक्षा बढा दी गई है.
पहली बार इन वन्यजीवों का प्रजनन हुआ
नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में प्रजनन के कई रिकॉर्ड बना दिए है. राजधानी जयपुर से जू से वन्यजीवों के लिए नाहरगढ बायोलॉजिकल पार्क में शिफ्ट होने के बाद पहली बार मादा लॉयन और मादा टाइगर का प्रजनन हुआ. साल 2017 में नाहरगढ बायोलॉजिकल पार्क बनकर तैयार हुआ था.
पार्क में पहली बार तेजिका लॉयन ने 5 बच्चों को जन्म दिया तो वहीं रम्भा टाइगर ने तीन बच्चों को जन्म दिया था. जिसमें तीनों बच्चों की मौत हो गई थी. वहीं मादा भालू का दो बार प्रजनन हो चुका, जिसमें दूसरी बार हाल ही में मादा भालू ने दो बच्चों को पहली बार जन्म दिया है, दोनो बच्चें स्वस्थ बताए जा रहे.
वहीं पार्क में पहली बार चौसिंगा हिरण प्रजाति के जीव ने दो बच्चों का जन्म दिया. जिसमें दूसरी मादा चौसिंगा भी जल्द खुशखबरी दे सकती है,. लगातार नाहरगढ बायोलॉजिकल पार्क वन्यजीवों के प्रजनन से रिकॉर्ड बन रहा है. पहली बार हिप्पो भारी भरकम वजन वाला वन्यजीव ने पहली बार पिछले साल बच्चें को जन्म दिया था वहीं दूसरी बार भी हिप्पो बच्चें को जन्म देने को तैयार है इस सप्ताह में दूसरी बार हिप्पो बच्चें को जन्म जा रहा है. इसके लिए वन विभाग ने मॉनिटिरिंग बढा दी है.
पहली बार राजस्थान में मगरमच्छ का प्रजनन हुआ
राजस्थान के बायोलॉजिकल पार्क में पहली बार मगरमच्छ का प्रजनन होने का रिकॉर्ड नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क ने बनाया. पार्क में मगरमच्छ ने 11 बच्चों को जन्म दिया है जो कि अपने आप में मिसाल है. मगरमच्छ के सभी बच्चें स्वस्थ है तो पानी का तालाब बड़ा होने से सभी मगरमच्छ के बच्चों के लिए पर्याप्त जगह बनी हुई है.
जैसे जैसे मगरमच्छ के बच्चें बड़े होंगे तो इनको अन्य जू या बायोलॉजिकल पार्क में शिफ्ट कर दिया जाएगा. इससे पहले घड़ियाल के बच्चें के प्रजनन होने का रिकॉर्ड था, लेकिन पहली बार मगरमच्छ ने 11 बच्चों को जन्म देकर रिकॉर्ड बना दिया है, पार्क में वन्यजीवों के प्रजनन होने से वन विभाग के कर्मचारी-अधिकारियों की केयर टेकर अच्छा माना जा रहा है. इससे राजस्थान ही नहीं पूरे देश के जू या बायोलॉजिकल पार्क में प्रजनन में रिकॉर्ड बना रहा है.
अन्य वन्यजीवों का भी प्रजनन
नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में 25 प्रजातियों के वन्यजीव निवास करते है. जिसमें 23 प्रजाति के वन्यजीवों का प्रजनन हो रहा है. सर्दियों में वन्यजीवों के प्रजनन होने की खुशखबरी मिलना शुरू हो गई है. सबसे पहले मादा भालू ने दो बच्चों को जन्म देकर खुशखबरी दी है तो वहीं इस सप्ताह हिप्पो वन्यजीव भी बच्चें को जन्म दे सकती है. इसके लिए वन विभाग के कर्मी लगातार मॉनिटिरिंग कर रहे है. इन वन्यजीवों की मेडिसन, सुरक्षा और खानपान में विशेष निगरानी बनाए हुए है. नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में इस सप्ताह में बुल्फ यानी भेड़िया, हिरण प्रजाति का चौसिंगा, हाइना यानी जरख का प्रजनन इस सप्ताह और दिसंबर महीने के अंत तक होने की खुशखबरी मिल सकती है.
रिपोर्टर- दामोदर रैगर