Jaipur: विधानसभा की 25 बैठकों में 171 घंटे से ज्यादा देर तक हुआ काम, सात बार प्रश्नकाल में सदन में चर्चा
विधान सभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी ने विधान सभा के सातवें सत्र में सदन में लिए गये महत्वपूर्ण काम का ब्यौरा भी सदन में रखा.
Jaipur: विधान सभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी ने विधान सभा के सातवें सत्र में सदन में लिए गये महत्वपूर्ण काम का ब्यौरा भी सदन में रखा. इस बार 25 बैठकों में 171 घंटे से ज्यादा देर चली कार्यवाही में सात मौके ऐसे भी आए जब प्रश्नकाल में लिस्टेड सभी तारांकित सवाल सदन में किए गए. स्पीकर ने सदन को सुझाव देते हुए कहा कि वार्षिक प्रतिवेदन पर चर्चा आगे के सत्रों में भी होनी चाहिए.
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9 फरवरी को शुरू हुआ विधानसभा के बजट सत्र को सोमवार की शाम अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया गया. इस बार 25 बैठकों में सदन लगभग 171 घण्टे 19 मिनट तक चला. स्पीकर डॉ. सीपी जोशी ने बताया कि इस सत्र में सदस्यों से कुल 8336 प्रश्न प्राप्त हुए, जिनमें से तारांकित प्रश्न 3785 एवं अतारांकित प्रश्न 4547 हैं. कुल 460 तारांकित प्रश्न सूचीबद्ध हुए, जिनमें से 333 प्रश्न मौखिक रूप से पूछे गये एवं उनके उत्तर दिये गये. इसी तरह 498 अतारांकित प्रश्न सूचीबद्ध हुए. मुझे यह बताते हुए अत्यंत हर्ष है कि इस सत्र में 7 बार सूचीबद्ध समस्त तारांकित प्रश्नों को सदन में पुकारा गया.
प्रक्रिया के नियम-50 के अंतर्गत स्थगन प्रस्ताव
विधानसभा प्रक्रिया के नियम - 50 के अंतर्गत कुल 351 स्थगन प्रस्तावों की सूचना प्राप्त हुई. इनमें से 55 स्थगन प्रस्तावों पर सदन में बोलने का अवसर दिया गया. 54 माननीय सदस्यों ने अपने विचार रखे.
नियम-295 के अंतर्गत 288 विशेष उल्लेख के प्रस्ताव प्राप्त हुए. इनमें से 229 विशेष उल्लेख की सूचनाएं सदन में पढ़ी गईं/पढ़ी हुई मानी गईं व 27 सूचनाओं के संबंध में राज्य सरकार से जानकारी प्राप्त हुई है. विशेष उल्लेख की 59 सूचनाएं माननीय सदस्यों के सदन में अनुपस्थित होने के कारण लेप्स हुई.
प्रक्रिया के नियम-131 के अंतर्गत ध्यानाकर्षण प्रस्ताव
नियम-131 के अंतर्गत 1076 प्रस्तावों की सूचनाएं प्राप्त हुई. जिनमें से 15 ध्यानाकर्षण प्रस्ताव अग्राह्य किये गए. राज्य सरकार को तथ्यात्मक जानकारी के लिये 1061 प्रस्ताव प्रेषित किये गये. सदन में संबंधित मंत्री का ध्यान आकर्षित करने के लिए कुल 33 प्रस्ताव कार्य-सूची में सूचीबद्ध किये गये. सत्र के अंतिम दिवस को सर्वाधिक 7 ध्यानाकर्षण प्रस्ताव सूचीबद्ध किये गये. लोक महत्व के 03 विषयों पर संबंधित मंत्रियों द्वारा वक्तव्य दिये गये.
आय-व्ययक अनुमान वर्ष 2022-23 दिनांक 23 फरवरी, 2022 को सदन में उपस्थापित किया गया, जिस पर 4 दिन सामान्य वाद-विवाद हुआ, जिसमें 95 माननीय सदस्यों ने भाग लिया. 3 मार्च, 2022 को मुख्यमंत्री ने आय-व्ययक पर हुए वाद-विवाद का राज्य सरकार की ओर से उत्तर दिया. विभागों से संबंधित 12 अनुदानों की मांगों पर सदन में चर्चा के लिए 8 दिन तय किये गये. अनुदान की मांगों पर 2960 कटौती प्रस्तावों की सूचना प्राप्त हुई, जिसमें से 2644 कटौती प्रस्ताव सदन में प्रस्तुत किये गये एवं 316 कटौती प्रस्ताव अग्राह्य किये गये. अनुदानों की मांगों पर हुई चर्चा में कुल 271 सदस्यों ने भाग लिया.
विधायी कार्य
वर्तमान सत्र में कुल 15 विधेयक पुर:स्थापित किये जाकर 14 विधेयक सदन द्वारा पारित किये गये. 1 विधेयक राज्य सरकार द्वारा वापस लिया गया. विधेयकों पर माननीय सदस्यों से कुल 279 संशोधन प्रस्ताव प्राप्त हुए, जिनमें से 17 संशोधन प्रस्ताव सचिवालय स्तर पर अग्राह्य एवं 262 संशोधन स्वीकार किये गये.
गैर-सरकारी संकल्प
वर्तमान सत्र में कुल 17 गैर-सरकारी संकल्प प्राप्त हुए, जिनमें से 16 ग्राह्य किये गये, शलाका द्वारा 5 गैर-सरकारी संकल्प सूचीबद्ध किये गये. 01 अग्राह्य किया गया. सूचीबद्ध संकल्पों पर कुल 15 संशोधनों की सूचना प्राप्त हुई, उसमें से 11 ग्राह्य किये गये. 04 अग्राह्य किए गए. समस्त सूचीबद्ध 05 गैर-सरकारी संकल्प सदन में प्रस्तुत किये गये. उक्त संकल्प में से अशोक लाहोटी, राजेन्द्र राठौड़, बिहारीलाल सदस्य द्वारा प्रस्तुत गैर-सरकारी संकल्प पर दिनांक 25 मार्च, 2022 को सदन में चर्चा हुई, जिसमें 12 सदस्यों ने भाग लिया. इन संकल्पों पर चर्चा अपूर्ण रही. सदन में 03 याचिकाएं माननीय सदस्यों द्वारा उपस्थापित की गई. सत्र में विभिन्न समितियों के कुल 42 प्रतिवेदन सदन में उपस्थापित किये गये.
वार्षिक प्रगति प्रतिवेदन पर विचार
इस सत्र में इन्दिरा गांधी नहर विभाग के वार्षिक प्रगति प्रतिवेदन पर विचार किया गया, जिस पर 16 सदस्यों ने भाग लिया. सर्वश्रेष्ठ विधायक के चयन के लिए गठित समिति द्वारा वर्तमान सत्र में वर्ष 2021 के लिए सर्वश्रेष्ठ विधायक के रूप में निम्नांकित सदस्यों का सर्वसम्मति से चयन किया गया. इसमें बाबूलाल झाड़ोल और मंजू देवी को सर्वेश्रेष्ठ विधायक चुना गया.
स्पीकर ने सहयोग के लिए जताया सभी का आभार
स्पीकर ने सभापति पैनल के सदस्यों को उनके द्वारा दिये गये सहयोग के लिए धन्यवाद दिया. इसके साथ ही उन्होंने सदन के नेता मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया, उप नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़, सरकारी मुख्य सचेतक महेश जोशी, उप मुख्य सचेतक महेन्द्र चौधरी, भारतीय जनता पार्टी के सचेतक जोगेश्वर गर्ग का उनके द्वारा सदन के कार्य संचालन में दिये गये सहयोग के लिये आभार जताया. स्पीकर ने विधान सभा के अधिकारियों, कर्मचारियों को उनके द्वारा सत्र कार्य में दिये गये सहयोग और पुलिस विभाग के समस्त अधिकारियों और कर्मचारियों को भी सत्र के दौरान उपलब्ध कराई गई सुरक्षा व्यवस्था के लिये धन्यवाद दिया. उन्होंने विधानसभा की कार्यवाही के संचालन में राज्य सरकार के सभी विभागीय प्रतिनिधियों द्वारा दिए गए सहयोग के लिये उनको भी धन्यवाद दिया.
Report- Shashi Sharma