वंदे भारत ट्रेन जयपुर के यात्रियों के बीच नहीं हुई लोकप्रिय, जानें क्या है दिक्कतें
अजमेर से दिल्ली कैंट के बीच वंदे भारत ट्रेन यात्रियों के बीच लोकप्रिय नहीं बन सकी. यात्रियों ने कहा ट्रेन की सफलता के लिए कई सुधार करने होंगे. रेलवे द्वारा ट्रेन को गांधीनगर में भी ठहराव देना चाहिए. ऐसा इसलिए क्योंकि डबल डेकर में भी जयपुर से दिल्ली जाने और आने में करीब 87 फीसदी यात्रीभार गांधीनगर ही उतरता है.
Vande bharat train Jaipur News: रेलवे द्वारा 12 को वंदे भारत का संचालन अजमेर से जयपुर होते हुए दिल्ली कैंट तक संचालित किया था. एक महीने के बाद भी अजमेर से दिल्ली कैंट के बीच वंदे भारत ट्रेन यात्रियों के बीच लोकप्रिय नहीं बन सकी. लोगों में वंदे भारत ट्रेन के लोकप्रिय नहीं होने के पीछे किराए के अलावा भी अन्य कई कारण हैं. जिसमें समय रहते अगर सुधार नहीं किया गया, तो जिस विजन के साथ ट्रेन को चलाया गया है, वह पूरा नहीं हो पाएगा.
वंदे भारत ट्रेन की लोकप्रियता के लिए सुधार की जरूरत
देश में आगामी चुनाव से पहले ट्रेन का संचालन पॉलिटिकल मैसेज देने के लिए किया गया है. इसी पॉलिटिकल दबाव में ट्रेन का एनवक्त पर स्टेशन बदल दिया गया, जो ट्रेन की विफलता का एक बड़ा कारण है. दरअसल ट्रेन को पहले 12 अप्रैल से जयपुर से नई दिल्ली के ही चलाया जाना था, लेकिन संचालन से दो दिन पहले इसे पॉलिटिकल दबाव के चलते अजमेर से चलाया गया. ऐसे में ट्रेन की बुकिंग प्रोफाइल को जयपुर की बजाय अजमेर से बनाया गया. उधर शुरुआती समय में ट्रेन को 160 किमी प्रति घंटे (केएमपीएच) की बजाय अधिकतम 110 केएमपीएच से ही दौड़ाया जा सकता था, तो इसके गंतव्य स्टेशन को नई दिल्ली से बदलकर दिल्ली कैंट कर दिया गया, ताकि ट्रेन को 5 घंटे में संचालित किया जा सके.
अजमेर से दिल्ली कैंट के बीच वंदे भारत ट्रेन यात्रियों के बीच लोकप्रिय नहीं
गौरतलब है कि ट्रेन अजमेर से सुबह 6:20 बजे रवाना होकर 7:50 बजे जयपुर और 11:35 बजे दिल्ली कैंट पहुंचती है. उधर रिजर्वेशन एक्सपर्ट अजय कश्मीरी बताते हैं कि ट्रेन में पीक सीजन में दिल्ली जाने और आने के लिए यात्री भार अच्छा रहेगा. ऐसा इसलिए क्योंकि जयपुर से दिल्ली जाने वाले यात्रियों को पीक सीजन में अन्य ट्रेनों में सीट कंफर्म नहीं मिलती है. दिल्ली से आते समय करीब 22 फीसदी यात्री खाना नहीं लेते हैं, इससे उन्हें 110 से 280 रूपए किराया कम देना पड़ता है. वहीं जयपुर से कई स्टेशनों के लिए सीधी ट्रेन नहीं हैं. ऐसे में यात्रियों को आगे कनेक्टिंग ट्रेन पकड़ने के लिए दिल्ली या आगरा जाना पड़ता है.
यात्रियों ने दिए बड़े सुझाव
रेलवे ने कम समय में ट्रेन को दिल्ली पहुंचाने के चलते जयपुर का सबसे महत्वपूर्ण उपनरीय स्टेशन गांधीनगर से ट्रेन को थ्रू निकाला दिया, जबकि दिल्ली के लिए करीब 75 फीसदी यात्रीभार तो इसी स्टेशन से जाता है. इस ट्रेन में अजमेर से दिल्ली के बीच करीब 18 से 20 फीसदी ही यात्रीभार रहता है. वहीं जयपुर-अजमेर-जयपुर के बीच भी औसतन 15-20 फीसदी ही यात्री भार रहता है. दिल्ली का किराया चेयरकार में 880 और एक्जीक्यूटिव क्लास में 1650 रूपए है. जबकि दिल्ली से वापसी में चेयरकार में 1050 और एक्जीक्यूटिव क्लास में 1845 रूपए किराया लगेगा. ऐसा इसलिए क्योंकि आते समय डिनर मिलेगा. जबकि जाते समय मॉर्निंग टी और ब्रेकफास्ट दिया जाएगा, लेकिन अगर यात्री चाहें तो कैटरिंग सर्विस की मना कर 120 से 290 रुपए तक बचा सकता है.
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यात्रियों ने कहा ट्रेन की सफलता के लिए कई सुधार करने होंगे. रेलवे द्वारा ट्रेन को गांधीनगर में भी ठहराव देना चाहिए. ऐसा इसलिए क्योंकि डबल डेकर में भी जयपुर से दिल्ली जाने और आने में करीब 87 फीसदी यात्रीभार गांधीनगर ही उतरता है. रविवार को डबल डेकर में सीट नहीं मिलने पर वंदे भारत से जयपुर आए यात्री का कहना है कि वे इससे पहले भी 2 बार ट्रेन से जयपुर आए हैं, लेकिन उन्होंने किराया अधिक होने की वजह से कैटरिंग सर्विस नहीं ली. ट्रेन में सीट डबल डेकर से तो अच्छी हैं, लेकिन शताब्दी में सीट अधिक आरामदायक हैं.
ट्रेन नंबर- नाम- कहां से कहां- ऑक्यूपेंसी
12985 जयपुर-दिल्ली सराय रोहिल्ला डबल डेकर एसी स्पेशल/ जयपुर से दिल्ली/ 104 %
12986 दिल्ली सराय रोहिल्ला-जयपुर डबल डेकर एसी स्पेशल/ दिल्ली से जयपुर/ 94 %
12015 नई दिल्ली-अजमेर शताब्दी सुपरफास्ट/ नई दिल्ली से अजमेर/ 94.02 %
12016 अजमेर-नई दिल्ली शताब्दी सुपरफास्ट/ अजमेर से नई दिल्ली/ 55.09
20977 अजमेर-दिल्ली कैंट वंदे भारत सुपरफास्ट/ अजमेर से दिल्ली कैंट/ 48.58 %
20978 दिल्ली कैंट-अजमेर वंदे भारत सुपरफास्ट/ दिल्ली कैंट से अजमेर/ 67.21 %