Jaipur: प्रदेश के शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय में सत्र 2022-23 के लिए बीएड पाठ्यक्रम और 4 वर्षीय इंटीग्रेटेड बीए बीएड और बीएससी बीएड पाठ्यक्रम में एडमिशन के लिए पीटीईटी प्रवेश परीक्षा का आयोजन रविवार को होने जा रहा है. जेएनवीयू जोधपुर की ओर से आयोजित हो रही पीटीईटी परीक्षा का आयोजन एक पारी में सुबह 11.30 बजे से दोपहर 2.30 बजे तक होगा. 1558 परीक्षा केंद्रों पर कुल 5 लाख 44 हजार 337 परीक्षार्थी पंजीकृत हैं.


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कल आयोजित हो रही परीक्षा में 2 वर्षीय पाठ्यक्रम में 3 लाख 79 हजार 521 परीक्षार्थी के लिए 1051 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं तो वहीं 4 वर्षीय इंटीग्रेटेड बीएड पाठ्यक्रम और बीएससी बीएड पाठ्यक्रम के 1 लाख 64 हजार 816 परीक्षार्थी परीक्षार्थियों के लिए 507 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं.


पूरे राजस्थान में जिला प्रशासन के सहयोग से सभी व्यवस्था पूरी कर ली गई हैं. सभी परीक्षा केंद्रों पर औचक निरीक्षण और नकल की रोकथाम के लिए जिला प्रशासन जिला समन्वयक और केंद्र अधीक्षक द्वारा तीन स्तरीय उड़न दस्तों का गठन किया गया है जो परीक्षा केंद्रों का औचक निरीक्षण करेंगे.


अजमेर में 54, भीलवाड़ा में 32, सवाई माधोपुर में नागौर में 37, टोंक में 47, भरतपुर में 75, सवाई माधोपुर में 46 ,धौलपुर में 24, करौली में 46, बीकानेर में 51, चूरू में 46, श्रीगंगानगर में 26, हनुमानगढ़ में 45, अलवर में 80, जयपुर में 166, झुंझुनू में 11, नागौर में 39, जोधपुर में 88,पाली में 21, सिरोही में 20, झालावाड़ में 30, कोटा में 57 , बांसवाड़ा में 46, चित्तौडगढ़ में 17, डूंगरपुर में 44, उदयपुर में 51, राजसमंद में 15 और प्रतापगढ़ में 24 परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा होगी.


सभी परीक्षार्थियों को परीक्षा केंद्र पर परीक्षा शुरू होने से कम से कम 1 घंटे पहले अपनी उपस्थिति दर्ज करवानी होगी. परीक्षार्थी अपने सााथ परीक्षा प्रवेश पत्र और फोटो युक्त पहचान पत्र काला रंग का बॉल पेन ही ला सकेंगे. कोई भी परीक्षार्थियों को परीक्षा केंद्र पर इलेक्ट्रॉनिक साधन जैसे मोबाइल, ब्लूटूथ, स्मार्ट वॉच, काला चश्मा, बंद जूते, आभूषण पहन कर नहीं आने के निर्देश दिए गए हैं. साथ ही ड्रेस कोड में आधी बांहों की शर्ट और चप्पल पहन कर ही परीक्षा देनी होगी. जूते पहन कर परीक्षा में शामिल नहीं हो सकेंगे. किसी भी प्रकार के आभूषण पर भी रोक लगाई गई है. परीक्षार्थी अपने साथ केवल पानी की बोतल ही ला सकते हैं.


उदयपुर में हुई घटना के बाद सरकार की ओर से नेट बंद करने का फैसला लिया गया था. हालांकि अभी भी प्रदेश के कई हिस्सों में नेट बंद किया हुआ है. ऐसे में नेट बंदी के क्षेत्रों में जो परीक्षा केंद्र है वहां पर परीक्षार्थियों को थोड़ी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है. इसके साथ ही नेट बंदी के बाद प्रदेश में यह सबसे बड़ी प्रवेश परीक्षा आयोजित होने जा रही है.


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