डंडे थामने वाले हाथों में अब हथियार, सुरक्षा के लिए तैनात होंगे सशस्त्र होमगार्ड स्वयंसेवक
प्रदेश में करीब 30 हजार होमगार्ड हैं जिनमें एक तिहाई को भी रोजगार नहीं मिल पाता है. उनकी पीड़ा को समझते हुए राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बजट में 10 हजार होमगार्ड को सरकारी कार्यालयों में लॉजिस्टिकल कार्य के लिए लेने की घोषणा की थी.
Jaipur: प्रदेश में डंडे थामने वाले हाथों में अब हथियार नजर आएंगे. प्रदेश के सरकारी-अर्द्ध सरकारी कार्यालयों और संस्थानों में सुरक्षा के लिए अब सशस्त्र होमगार्ड लिए जा सकेंगे. होमगार्ड महानिदेशालय ने सशस्त्र होमगार्ड तैनातगी के लिए नई नियोजन नीति जारी की है. हालांकि इस नीति में कई शर्तें लगाई गई हैं जिससे संस्थानों और होमगार्ड स्वयंसेवकों को परेशानी हो सकती है.
प्रदेश में करीब 30 हजार होमगार्ड हैं जिनमें एक तिहाई को भी रोजगार नहीं मिल पाता है. उनकी पीड़ा को समझते हुए राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बजट में 10 हजार होमगार्ड को सरकारी कार्यालयों में लॉजिस्टिकल कार्य के लिए लेने की घोषणा की थी. इसके बाद दो हजार और होमगार्ड को रोजगार देने के निर्देश दिए थे. इसको ध्यान में रखते हुए होमगार्ड महानिदेशालय ने होमगार्ड तैनातगी के लिए नई नियोजन नीति बनाई है. होमगार्ड महानिदेशक यूआर साहू ने एक दिन पहले ही सशस्त्र होमगार्ड के लिए नई नियोजन नीति जारी की है.
केन्द्रीय एवं राज्य सरकार के विभिन्न विभागों, सरकारी, अर्द्ध सरकारी संस्थानों, उपक्रमों तथा अन्य संस्थाओं में शहरी गृह रक्षा स्वयंसेवक तैनात किए जाएंगे. संस्थाओं को उनकी मांग के आधार पर 7.62 एमएम SLR के साथ होमगार्ड नियोजित किए जाएंगे.सशस्त्र गार्ड के रूप में एक समय में एक स्थान पर 2 वर्दीधारी गार्ड की ड्यूटी लगाई जाएगी. विशेष परिस्थितियों के मध्यनजर दिन में । गार्ड तैनात किया जा सकता है, किंतु रिट्रीट से रिवाली तक 2 गार्ड लगाना जरूरी होगा.
होमगार्ड नियोजन की अवधि 8 घण्टे से अधिक नहीं होगी. ड्यूटी पॉइन्ट पर हथियार रजिस्टर संधारित किया जाएगा जिसमें स्वयंसेवक की हाजरी के साथ-साथ हथियारों के चार्ज लेन-देन की सूचना दर्ज की जाएगी. गार्ड बदली के दौरान हथियारों का चार्ज लेन-देन पूर्ण निरीक्षण के बाद होगा. हथियार में किसी प्रकार की टूट-फूट का जिम्मेदार चार्ज वाले स्वयंसवेक होगा.उस होमगार्ड को 6 माह तक निलम्बित किया जा सकेगा.
मांगकर्ता एजेन्सी द्वारा 2 या 2 से अधिक हथियार बन्द होमगार्डस की मांग करने पर ही नियोजन मिलेगा. तैनात होमगार्ड को 693 रुपए प्रतिदिन ड्यूटी भत्ता दिया जाएगा. मांगकर्ता एजेंसी को हथियार के साथ होमगार्ड की मांग पर 50 हजार रुपए होमगार्ड इकाई को नियोजन से पूर्व जमा कराने होंगे. यदि स्वयंसेवकों की नियोजन अवधि के दौरान आवंटित हथियार चोरी, गुम, टूट फूट, खराब हो जाता है तो सम्बन्धित कार्यालयाध्यक्ष एजेंसी की प्रतिभूति राशि से काट लेगा.
एजेंसी कम से कम 3 महीने के लिए होमगार्ड का नियोजन करना होगा. हर महीने होमगार्ड रोटेशन के अनुसार बदले जा सकेंगे. सशस्त्र होम गार्डस की मांग पर हथियार, उपकरण ईक्यूपमेन्ट की सुरक्षा के लिए सुरक्षित कमरा व रखरखाव का दायित्व संबंधित एजेंसी का होगा.
सशस्त्र सुरक्षा गार्ड मे नियोजित करने वाले स्वयंसेवको का अनुशासित टर्न-आउट अच्छा,तथा शारीरिक एवं मानसिक रूप से पूर्ण स्वस्थ एवं फिट, चुस्त-दुरूस्त होना चाहिए. सदस्यता अवधि 3 वर्ष पूर्ण होने के बाद ही स्वयंसेवक को सशस्त्र सुरक्षा गार्ड ड्यूटी मे नियोजित किया जाएगा. नियोजन से अधिकतम दो साल पूर्व तक फायरिंग का अभ्यास करने वाले स्वयंसेवक को लगाया जाएगा.
संबंधित एजेन्सी द्वारा हथियारों की सुरक्षा के लिए सुरक्षित कक्ष उपलब्ध कराना जरूरी होगा.एजेन्सी द्वारा लॉक राईफल रैक्स की व्यवस्था की जाएगी जिसमें चेन लगी हो. ड्यूटी पॉइंट पर अधिकतम 3 मैगजीन ही दी जाएगी तथा प्रत्येक मैगजीन में 5 राउण्ड ही भरे जाएंगे.सशस्त्र सुरक्षा गार्ड द्वारा क्लीनिंग किट बॉक्स के माध्यम से प्रतिदिन हथियार के प्रत्येक पार्ट्स की साफ-सफाई की जाएगी.
शिफ्ट बदली के समय “खालीकर” की कार्रवाई कर ही राईफल बदली पर उपस्थित दूसरे सुरक्षा गार्ड स्वयंसेवको को चार्ज मे दी जाएगी. मैगजीन एवं कारतुसों को सदैव सुरक्षित रखें तथा शिफ्ट बदली के समय गिनवाकर दूसरे स्वयंसेवक को देने होंगे. सशस्त्र गार्ड हेतु नियोजित किये जाने वाले स्वयंसेवकों को 6 माह में एक बार हथियार एवं फायरिंग का प्रशिक्षण दिया जाना अनिवार्य होगा. प्रशिक्षण के दौरान 7.62 एमएम से 20 राउंड फायरिंग निर्धारित किए गए हैं.