Ashok Chandna : राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट के समर्थकों के निशाने पर एक बार फिर खेल मंत्री अशोक चांदना आ गए. मंत्री चांदना के बोलते ही पूरा कार्यक्रम पायलट जिंदाबाद के नारे से गुंजयमान हो उठा. हालांकि कुछ देर में पायलट समर्थक शांत हो गए, लेकिन उनके जाने के दौरान एक बार फिर पायलट समर्थकों ने नारेबाजी की. हालांकि अशोक चांदना ने सब कुछ नजर अंदाज करते हुए अपना भाषण दिया और चले गए. 


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दरअसल मामला धौलपुर का है. जहां राजकीय महाविद्यालय के नवनिर्मित राजीव गांधी इनडोर स्टेडियम का चांदना लोकार्पण करने पहुंचे थे. साथ ही महाविद्यालय के मुख्य द्वार और  कंप्यूटर प्रयोगशाला का शिलान्यास किया. अशोक चांदना धौलपुर क्र प्रभारी मंत्री भी हैं. ऐसे में चांदना का धौलपुर दौरा लगा रहता है. 


गौरतलब है कि पिछले साल सियासी तौर पर अजमेर का पुष्कर शहर सुर्खियों में रहा था. गुर्जर आरक्षण आंदोलन के नायक रहे कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला का अस्थि विसर्जन पुष्कर में किया गया. लेकिन अस्थि विसर्जन कार्यक्रम जूते काण्ड ने गहलोत वर्सेज पायलट गुट के सियासी संघर्ष में आग में घी डालने का काम किया था. गहलोत समर्थक अशोक चांदना के भाषण के दौरान पायलट समर्थकों ने जूता फेंक दिया था. जिससे सियासी पारा चढ़ गया था. जवाब में चांदना ने भी कहा था कि वो भी दो बार के विधायक हैं और उनके भी समर्थक हैं. सियासत में जूता फिंकवाकर कामयाबी हांसिल नहीं की जा सकती. 


गौरतलब है कि सचिन पायलट और अशोक चांदना दोनों ही गुर्जर समाज से आते हैं. चांदना गहलोत गुट के माने जाते हैं. लेकिन पायलट समर्थकों का मानना है कि 2018 के विधानसभा के सजुनाव में पायलट ने चांदना के पक्ष में प्रचार किया था. ऐसे में चांदना पायलट का क्यों नहीं देते हैं.


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