Invest Rajasthan : 'कमिटेड एण्ड डिलिवर्ड' थीम पर आयोजित दो दिवसीय राजस्थान इनवेस्ट समिट का आज समापन हुआ. इनवेस्ट समिट का भाजपा नेताओं का विरोध करने पर मुख्यमंत्री गहलोत ने पलटवार करते हुए कहा की जो इनवेस्ट करेगा हम सब का स्वागत करेंगे.चाहे अडानी हो, अंबानी हो या फिर अमित शाह के बेटे जय शाह हो. .हमें तो रोजगार चाहिए, इंवेस्टमेंट चाहिए. भाजपा जितना इनवेस्ट राजस्थान समिट का विरोध करेगी उतना उनके लिए महंगा-उल्टा पडेगा.


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राजस्थान में अडानी समूह ने 65 हजार करोड रूपए के निवेश का ऐलान करने के साथ सियायत भी तेज हो गई हैं. .गहलोत संग अडानी की तस्‍वीरों पर पलटवार करने से भाजपा नेताओं ने खूब तंज कसे.इस पर आज मुख्यमंत्री गहलोत ने पलटवार करते हुए कहा की भाजपा ने अडाणी को लेकर मीडिया ट्रायल का प्रयास किया. भाजपा को समिट का विरोध उल्टा पड़ेगा. प्रदेश का युवा कहेगा आप मेरे रोजगार-प्रदेश के निवेश के बीच में क्यों आ रहे? यह कोई व्यक्तिगत कार्यक्रम नहीं है. 3000 लोग इस कार्यक्रम में कल आए. वह कांग्रेसी नहीं है. निवेश के लिए राजस्थान में चाहे अडानी हो अंबानी हो या अमित शाह के बेटे जय शाह निवेश को लेकर हम सबका स्वागत करेंगे. .हमें प्रदेश में निवेश-लोगों के लिए रोजगार चाहिए.


राठौड़ को लिया आड़े हाथ


भाजपा नेता राजेंद्र राठौड़ को लेकर कहा राठौड़ जब तक मीडिया में बोल नहीं लेते तब तक उनको नींद नहीं आती.लेकिन उनकी बातों में कोई दम नही हैं. .गहलोत ने कहा कि तीन हजार निवेशकों में सभी विचारधाराओं के व्यापारी शामिल थे. जो लोग इस पर सवाल उठा रहे हैं. .उन्हे बताना चाहिए कि कई व्यापारी किसी पार्टी में शामिल हो जाते हैं तो क्या वे दूसरे राज्यों में निवेश नहीं करते. मुझे ये समझ नहीं आया कि भाजपा ने इस कार्यक्रम का इन्वेस्ट समिट का विरोध क्यों किया. आप कांग्रेस का विरोध कीजिए. लेकिन राजस्थान के युवाओं के भविष्य के मौकों का विरोध क्यों कर रहे हो. क्या भाजपा हमारे इतने अंतविरोध में आ गई कि वह प्रदेश के सुनहरे भविष्य के लिए हो रहे कार्यों का विरोध करेगी.


उन्होंने कहा मेरा विरोध करते हुए भाजपा प्रदेश का विरोध करने में जुट गई. उधर कांग्रेस शासित राज्य राजस्थान में अडानी समूह का निवेश के ऐलान के बाद अपने भाषणों में अडानी का नाम लेकर केंद्र सरकार पर विरोध करने वाले राहुल गांधी ने भी टिवट कर स्पष्ट किया है कि वह किसी कॉरपोरेट के खिलाफ नहीं हैं. बल्कि उनका विरोध मोनोपॉली को लेकर है. अडानी ने राजस्थान में 60 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा के निवेश का ऐलान किया है. कोई भी मुख्यमंत्री इस तरह के ऑफर को मना नहीं कर सकता. बल्कि इस तरह के ऑफर को नकारना किसी मुख्यमंत्री के लिए ठीक भी नहीं होगा. राजस्थान में सरकार ने इस निवेश के लिए राजनीति का इस्तेमाल नहीं किया है. अगर वह ऐसा करेंगे तो मैं यहां भी अडानी का विरोध करूंगा.मैं न बिजनस के खिलाफ हूं, न कॉर्पोरेट्स के खिलाफ हूं. मैं कॉन्‍सनट्रेशन ऑफ कैपिटल (पूंजी के केंद्रीकरण) के खिलाफ हूं.


एमएसएमई को मिलेगा बढ़ावा


इनवेस्ट समिट के समापन समारोह के बाद मीडिया से बातचीत में मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा की इनसे दस लाख युवाओं को रोजगार मिलेगा. नौकरी देने में इस सरकार का रिकॉर्ड होगा. समिट में सिर्फ एमओयू पर हस्ताक्षर ही नहीं हुए,बल्कि बल्कि करीब 40 प्रतिशत परियोजना अगली स्टेज में पहुंच गए हैं. देश-दुनिया के व्यापारी यहां आए और यहां मिले सम्मान से अभिभूत दिखे. गहलोत ने समिट के समापन के मौके पर कहा कि प्रदेश में लघु,सूक्ष्म,मध्यम उद्योग(एमएसएमई) इकाईयों को पांच साल तक सरकारी विभागों से किसी भी तरह की अनुमति लेने की जरूरत नहीं होगी. कर्ज सहित अन्य सरकारी सुविधाएं आसानी से उपलब्ध करवाई जाएंगी. एमएसएमई नीति तैयार कर के लघु,सूक्ष्म एवं मध्यम उघोगों को बढ़ावा देने की कोशिश की गई है.


उन्होंने कहा की जब बाड़मेर में तेल निकला तो हम पीछे लग गए किसी भी तरह से रिफाइनरी लगानी है. हमारे समय में रिफाइनरी का शिलान्यास हो गया.लेकिन फिर सरकार बदल गई और रिफाइनरी 5 साल लेट हो गए. अब हम लगातार कोशिश कर रहे हैं कि रिफाइनरी के 383KM में पेट्रोकेमिकल्स कॉम्प्लेक्स बने. .कॉम्प्लेक्स बनने से उसमें 150 से ज्यादा प्लास्टिक प्रोडक्ट बनेंगे. MSME इकाइयां लगेगी तो हज़ारों-लाखों लोगों को रोजगार मिलेगा. हमने इसका प्रोजेक्ट बनाकर केंद्र सरकार को भेज रखा हैं. वहां से अनुमति मिलती है तो अच्छा है वरना हम अपने स्तर पर इसे तैयार करेंगे. 


दरअसल भाजपा नेता राजेंद्र राठौड़ ने ट्वीट कर कहा था की अडानी का नाम लेकर केंद्र सरकार को बार-बार कोसने वाले राहुल की कांग्रेस पार्टी अब उन्हीं पर मेहरबान है. राजस्थान के मुखिया रेड कारपेट बिछाकर अडानी समूह को रियायती दरों पर राजस्थान की बेशकीमती जमीन लुटा रहे हैं. .कांग्रेस को अडानी समूह फूटी आँख नहीं सुहाता है. लेकिन अडानी समूह को सोलर पार्क के लिए सर्वाधिक जमीन देना इस बात को सिद्ध करता है कि कांग्रेस की कथनी और करनी में हमेशा ही फर्क रहा है.गहलोत जी जनता की आँखों में धूल झोंककर अडानी प्रेम को छुपा नहीं सकते.उधर भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने तंज कसते हुए कहा था की कल तक जो था विरोधी, आज बना मनमीत.धन की जगी उम्मीद तो बदली अपनी रीत. .साथ ही उन्होंने वीडियो भी शेयर किया जिसमें राहुल गांधी गौतम अडानी को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधते नजर आ रहे हैं.


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