Bagru News, बगरू: जयपुर के बगरू कस्बे के अठमोरिया स्थित श्रीरामदेव गौशाला चैतन्य धाम में जयपुर गौसेवा परिवार एवं भगवन नाम संकीर्तन मंडल बगरू के संयुक्त तत्वावधान में गोपाष्टमी एवं अन्नकूट महोत्सव का आयोजन किया गया. 


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इस दौरान गौभक्तों ने गाय और गोविंद की पूजा-अर्चना कर गौमाता को गुड़ और हरा चारा खिलाया. गौ सेवार्थ दान पुण्य कर परिवार एवं समाज की सुख-समृद्धि की कामना की. गौसेवक भवंरलाल बेसरवाडिया ने बताया कि गोपाष्टमी के पावन पर्व पर गौशाला में गो संवर्धन हेतु गौ पूजन का कार्यक्रम भी आयोजित किया गया. गौमाता का भव्य श्रृंगार किया. 


भजन गायक गौभक्त पद्मश्री मुन्ना मास्टर ने बताया कि धार्मिक शास्त्रों के अनुसार, दिवाली के बाद आने वाली कार्तिक शुक्ल अष्टमी को गोपाष्टमी पर्व के रूप में मनाया जाता है. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, इसी दिन भगवान श्रीकृष्ण ने गौ चारण लीला शुरू की थी. कार्तिक शुक्ल अष्टमी के दिन मां यशोदा ने भगवान कृष्ण को गौ चराने के लिए जंगल भेजा था. इस दिन गो, ग्वाल और भगवान श्रीकृष्ण का पूजन करने का महत्व है. 


हिंदू धर्म में गाय को माता का स्थान दिया गया है. अतः गाय को गौ माता भी कहा जाता है. गौभक्त चंपालाल चौधरी ने बताया कि गोपाष्टमी पर विधिवत गौ पूजन, हवन इत्यादि का आयोजन किया गया, जिसमें गौ और बछड़ों को स्नान के पश्चात गौ माता को मेहंदी, हल्दी, रोली, आदि के छापे लगाए गए और गौ माता के अद्भुत श्रृंगार के पश्चात धूप-दीप, पुष्प, अक्षत, रोली, गुड से गौ माता की पूजा की गई और आरती उतारी गई. 


गौ माता के खू्र से धुल लेकर अपने सिर पर धारण करना कई तीर्थों के स्नान का फल देता है. उससे सभी पापों का नाश होता है. वहीं, गौशाला में गौ रक्षा भगवान नाम संकीर्तन का आयोजन किया गया, जिसमें पद्मश्री मुन्ना मास्टर, गौ सेवा परिवार समिति सरंक्षक चम्पालाल चैधरी सहित अन्य भजन गायकों ने भजनों की प्रस्तुतियां देकर उपस्थित श्रद्धालुओं को भाव विभोर कर दिया. इस दौरान गौशाला में गौभक्त श्रद्धालु उमड़ पड़े और भक्तिभाव से गौ माता की आराधना की गई. गो भक्तों, भामाशाह और श्रद्धालुओं ने गौ सेवा के लिए बढ़-चढ़कर दान किया. वहीं, कार्यक्रम के अंत में हजारो श्रद्वालुओं ने गौ गव्य से निर्मित अन्नकूट महाप्रसादी महोत्सव में पंगत प्रसादी का आनंद लिया. 


Reporter- Amit Yadav