Bassi: कानोता क्षेत्र के हिंगोनिया में रिंग रोड पर स्थित टोल के दोनों तरफ जेडीए द्वारा किसानों और स्थानीय ग्रामीणों के लिए बनाए सर्विस रोड को टोल कंपनी द्वारा बंद करने पर गुस्साए स्थानीय कास्तगार और ग्रामीणों ने टोल कंपनी के खिलाफ प्रदर्शन किया. मामले को लेकर सूचना पर पहुंची कानोता थाना पुलिस ने आपसी समझाइश कर मामला शांत करवाया. 


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स्थानीय ग्रामीणों ने सर्विस रोड खुलवाने की मांग को लेकर कानोता थाना पुलिस, जेडीए आयुक्त और जॉन उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा. स्थानीय लोगों का कहना है कि रिंग रोड परियोजना के दौरान किसानों की सैकड़ों बीघा जमीन ले ली गई थी और किसानों को मुआवजे के तौर पर 25 प्रतिशत विकसित भूखंड दिए गए थे. वहीं, आवागमन के लिए रिंग रोड के दोनों तरफ 20 मीटर की सर्विस रोड बना कर दी गई थी. 


इस रोड को टोल कंपनी द्वारा रात के समय आरसीसी डालकर लोहे की इंगल लगाकर जबरन बंद कर दिया गया है, जिसके चलते यहां होकर खोरी-रोपाड़ा, लखेसरा, हिंगोनिया, भटेसरी, बूरथल, कानड़वास, रामसिंहपुरा, दांतली सरोली के कास्तगारो को अपने खेतों पर वाहनों को ले जाने और 25 प्रतिशत विकसित भूखंडो पर जाने के लिए भी टोल देकर गुरजना पड़ेगा.


सर्विस रोड बंद करने पर गुस्साए ग्रामीणों जेडीए अधिकारियों को ज्ञापन के माध्यम से टोल कंपनी की शिकायत देकर स्थानीय लोगों द्वारा बनाई गई सर्विस रोड को खुलवाने की मांग की है. 


ग्रामीण मदन शर्मा ने बताया कि जॉन 10 के डी सी ने टोल मैनेजर से बात कर 15 फिट रास्ता खोलने के आदेश दिए. टोल कंपनी के मैनेजर अजय टाक का कहना हैं कि स्थानीय किसानों और ग्रामीणों को सर्विस रोड़ से ट्रैक्टर और छोटे वाहन निकालने के लिए रास्ता छोड़ दिया गया है.


ग्रामीणों द्वारा 15 फिट का रास्ता खुलावाने की मांग की जा रही है, लेकिन उनकी मांग को पुरा करने के चक्कर में अन्य भारी वाहन टोल बचाने के लिए गुजरते हैं. ऐसे में टोल कंपनी को काफी नुकसान उठाना पड़ता है. 


Reporter- Amit Yadav 


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