Rajasthan News: राजस्थान की भजनलाल सरकार ने जिलों को लेकर बड़ा फैसला लिया है. राज्य की पूर्व गहलोत सरकार की ओर से 9 नए जिले बनाए गए. फिर इसके बाद सीएम अशोक गहलोत की तरफ से विधानसभा चुनाव की आचार संहिता से पहले की गई मालपुरा, कुचामन व सुजानगढ़ को जिला बनाने की घोषणा अब पूरी नहीं की जाएगी. 


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राजस्थान की वर्तमान सरकार ने विधानसभा में विधायक हरिशचन्द्र मीणा की ओर से पूछे गए सवाल पर कहा था कि नए जिलों के पुनर्गठन के लिए गठित उच्च स्तरीय समिति को खत्म कर दिया है. इसी के चलते कुचामन, मालपुरा व सुजानगढ़ को जिला बनाने की संभावना समाप्त हो गई है. 



बता दें कि बीते साल पूर्व गहलोत सरकार ने विधानसभा चुनाव से पहले दो बार नए जिलों की घोषणा की थी. पहले चरण में 19 नए जिले बनाए गए थे और दूसरी बार में जिलों की संख्या 50 हो गई थी. वहीं, विधानसभा चुनाव की आचार संहिता से पहले गहलोत सरकार ने तीन और जिलों की घोषणा की थी. इसके चलते कहा जा रहा है कि ये तीन ​जिले रद्द किए जा सकते हैं क्योंकि आचार संहिता लगने की वजह से कुचामन, मालपुरा व सुजानगढ़ ​जिले का कोई काम नहीं पाया था. 




प्रदेश में पहले 33 जिले थे लेकिन 19 नए जिले बनाने के बाद कुल 52 हो गई थी. हालांकि जयपुर और जोधपुर को दो हिस्सों में बांटा गया था. इसके चलते कुल 50  जिले हो गए थे. राज्य में अब धौलपुर, श्रीगंगानगर, ब्यावर, धौलपुर, गंगापुर सिटी, अनूपगढ़, बीकानेर, बालोतरा, चूरू, जोधपुर ग्रामीण, हनुमानगढ़, डीग, करौली, फलौदी, जयपुर शहर, डीडवाना-कुचामन, जयपुर ग्रामीण, सवाई माधोपुर, दूदू, जोधपुर शहर, दौसा, सिरोही, झालावाड़, बूंदी,  प्रतापगढ़, सीकर, पाली, बारां, केकड़ी, झुंझुनूं, कोटपूतली-बहरोड़, डूंगरपुर, सलूम्बर, जैसलमेर, नीमकाथाना,  टोंक, अलवर, नागौर, चित्तौड़गढ़, भीलवाड़ा, खैरथल-तिजारा, भरतपुर, बाड़मेर, बांसवाड़ा, राजसमंद, जालौर, सांचौर, कोटा, उदयपुर और शाहपुरा (भीलवाड़ा) हैं. 


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