Ashok Gehlot : कांग्रेस में आगामी दिनों में होने वाले हाथ से हाथ जोड़ो अभियान पर चर्चा के लिए शुक्रवार को दिल्ली में महत्वपूर्ण बैठक आयोजित होगी. इस बैठक में पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी शामिल होंगे. डोटासरा ने बताया की दोपहर 2 बजे बाद होने वाली इस बैठक में संगठनात्मक मुद्दों पर भी चर्चा होगी.


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दरअसल 26 जनवरी से कांग्रेस हाथ से हाथ जोड़ो अभियान चलाने वाली है. इस अभियान की रूपरेखा और किस तरह अभियान को ज्यादा प्रभावी बनाया जाए? ऐसे मुद्दों पर दिल्ली में शुक्रवार को चर्चा होगी. राजनीतिक नियुक्तियों पर चर्चा के सवाल पर डोटासरा ने कहा कि बैठक का कोई विशेष एजेंडा नहीं आया है. संगठनात्मक मुद्दों और हाथ से हाथ जोड़ो पर चर्चा के लिए कहा गया है. लिहाजा मौके पर जो भी मुद्दे चर्चा में आएंगे उन पर बात की जाएगी. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भरतपुर में किसान सभा को संबोधित करके दोपहर 12 बजे बाद दिल्ली पहुंचेंगे.


केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मावंडिया के पत्र पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस पत्र को एक मजाक करार देते हुए कहा है, कि अगर केंद्र मुझे और राहुल गांधी को पत्र लिखने की बजाए पहले sop लागू करता और फिर यात्रा को लेकर अपनी बात रखता तो अलग बात होती. गहलोत ने कहा कि, यात्रा जिस दिन प्रदेश में खत्म हो रही थी उस दिन 21 को एक पत्र सामने आता है, जो मंत्री ने सीएम और राहुल गांधी को लिखा, इसको हम क्या कहेंगे? यह क्या मजाक है? सीएम ने कहा कि सांसदों ने 20 को केंद्र को पत्र लिखा और 21 को उन्होंने आगे पत्र लिख दिया. सीएम गहलोत ने कहा कि अगर प्रोटोकॉल कोई होता और कोरोना की sop होती,जो भारत सरकार की अलग होती है? राज्य के अलग होती है, तो बात अलग होती.


गहलोत ने कहा कि गाइडलाइन का एक प्रोसेस होता है. अभी देश में कोरोना को लेकर सारे नियम कायदे हट चुके हैं . सीएम ने कहा कि या तो केंद्र पहले उसको लगा देता और फिर हमे कहते कि हमने यह कानून लागू कर दिए और आप इनका ध्यान रखें. सीएम बोले कि पता नहीं उनको क्या ध्यान में आया और अचानक मीटिंग बुलाई?