Jaipur News:राजस्थान के इस डेंटल हॉस्पिटल में नारी शक्ति पर बड़ा जिम्मा,70 प्रतिशत महिलाएं दे रहीं सेवाएं..
Jaipur News:प्रदेश का एकमात्र सरकारी डेंटल कॉलेज एंड हॉस्पिटल. जहां डेंटिस्ट की डिग्री कर रहे स्टूडेंट्स से लेकर चिकित्सक, शिक्षक और रेजिडेंट्स में भी 70 प्रतिशत महिलाएं हैं.जो पूरे अस्पताल को चला रही है.
Jaipur News:प्रदेश का एकमात्र सरकारी डेंटल कॉलेज एंड हॉस्पिटल. जहां रोजाना 500 से ज्यादा मरीज अपनी दांतों की समस्याओं को लेकर पहुंचते हैं और समस्याओं के निदान के बाद मुस्कराते हुए लौटते हैं. आज हम बात करेंगे राजधानी के शास्त्री नगर स्थित डेंटल हॉस्पिटल की.
जहां डेंटिस्ट की डिग्री कर रहे स्टूडेंट्स से लेकर चिकित्सक, शिक्षक और रेजिडेंट्स में भी 70 प्रतिशत महिलाएं हैं.जो पूरे अस्पताल को चला रही है. इसके साथ ही 6 से ज्यदा विभागों की एचओडी भी महिला डॉक्टर हैं. जो मरीजों की दोंतों की समस्याओं के डायग्नोस से लेकर उनके ट्रीटमेंट का काम संभाल रही है.
अभी प्रदेश में एकमात्र सरकारी डेंटल कॉलेज एंड हॉस्पिटल शास्त्रीनगर में हैं. जहां महिला डॉक्टर और रेजिडेंट मरीजों की दांतों के समस्याओं को दूर करने में जी जान से जुटी रहती हैं.
प्रिंसिपल विनय कुमार का कहना है कि सबसे पहले 1983 में एसएमएस मेडिकल कॉलेज में ही 10 सीटों के साथ डेंटल विंग की शुरूआत हुई थी. अभी एक ओर अस्पताल जोधपुर में निर्माणाधीन है. डेंटल हॉस्पिटल में ऑर्थोडोन्टिक्स एचओडी डॉ सीमा चौधरी ने कहा कि सभी साथ मिलकर मरीजों की समस्याओं को दूर करने में टीम भावना के साथ काम करते हैं.
राजकीय डेंटल हॉस्पिटल पर एक नजर
- अस्पताल में 63 चिकित्सक शिक्षक, जिसमें से 44 महिलाएं
- अस्पताल में 66 रेजिडेंट डॉक्टर, जिसमें से 45 महिलाएं
- हॉस्पिटल में 10 डिपार्टमेंट, जिसमें से 6 की एचओडी महिला
- डेंटिस्ट की डिग्री कर रहे स्टूडेंट्स में से 80 प्रतिशत छात्राएं
- अस्पताल में रोजाना 500-800 ओपीडी रहती
इन विभागों में एचओडी महिला डॉक्टर
- ओरल डायग्नोसिस- एचओडी डॉ चांदनी शेखावत
- रेडियोलॉजी विभाग- एचओडी डॉ गीतिका सोबती
- पेरियोडॉन्टिक्स विभाग- एचओडी डॉ शर्मिष्ठा विजय
- पीडोडॉन्टिक्स विभाग- एचओडी डॉ अंबिका राठौड़
- ऑर्थोडोन्टिक्स विभाग, एचओडी डॉ सीमा चौधरी
- ओरल पैथॉलोजी विभाग, एचओडी डॉ सुंदर गिरी कृष्णा सिरिसा
पेरियोडॉन्टिक्स एचओडी डॉ शर्मिष्ठा विजय ने कहा कि हमारे डिपार्टमेंट में मंसूड़ों का इलाज किया जाता है. हम महिलाओं पर अस्पताल में स्पेशल ध्यान देते हैं. उनकी हैल्थ इश्यू डायरेक्ट लिंक होती है मुंह से. क्योंकि
प्रैग्नेंसी में भी उनके मुंह से बदबू आती है तो उन्हें प्रोब्लम हो सकती है. इसके साथ ही बच्चों के दांतों का इलाज करने वाली डॉक्टर तृप्ति शर्मा का कहना है कि अस्पताल में कोशिश करते हैं कि उनका वेटिंग टाइम कम से कम हो. इसके साथ ही मदर्स को बच्चों के दांतों की प्रिंवेटिव केयर को लेकर जानकारी दी जाती है.
महिला डॉक्टरों का कहना है कि लोगों को अपने दांतों का ध्यान रखना चाहिए. कई बार आपके मुंह से निकलने वाली बदबू सामने वाले को इरिटेड कर सकती है. इसके साथ ही खाने पीने की गलत आदतें भी दांतों का खराब कर सकती है.
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