jaipur: पाकिस्तानी विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ की गई अमर्यादित टिप्पणी को लेकर राजस्थान बीजेपी ने प्रदर्शन किए. प्रदेशभर में जिला मुख्यालयों पर भुट्टो के खिलाफ आक्रोश व्यक्त करते हुए प्रदर्शन किया. जयपुर में बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया के नेतृत्व में आक्रोश रैली निकालकर बिलावल का पुतला फूंका.


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बीजेपी प्रदेश कार्यालय के बाहर बड़ी संख्या कार्यकर्ता इकट्ठे हुए. इसके बाद प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया के साथ कार्यकर्ता रैली के रूप में प्रदेश कार्यालय से रवाना होकर राजमहल तिराहे पर पहुंचे. इस दौरान पूनिया सहित कार्यकर्ता नरेंद्र मोदी जिंदाबाद, पाकिस्तान मुर्दाबाद, बिलावल होश में आओ के नारे लगाकर आक्रोश व्यक्त किया. इसके बाद कुछ देर प्रदर्शन किया.


फिर बिलावल का पुतले का दहन किया. कार्यकर्ताओं में इस कदर आक्रोश था कि उन्होंने जलते हुए पुतले को डंडों और पैरों से पीटा. प्रदर्शन में प्रदेश महामंत्री भजनलाल, पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अरूण चतुर्वेदी, विधायक अशोक लाहोटी, अल्पसंख्यक मोर्चा अध्यक्ष एम सादिक खान सहित विभिन्न मोर्चों के अध्यक्ष पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद थे.


प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय राजनीति में भारत के बढ़ते दखल और स्वाभिमान के कारण विश्व में सबसे ज्यादा पेट में दर्द किसी के हुआ है तो वो पाकिस्तान है. पाकिस्तानी हुकूमत के मंत्री हताशा, निराशा के शिकार हैं. ऐसा लगता है कि उसकी पैदाइश भी विकृत है, नेताओं की मानसिकता विकृत है. ऐसे में अंतरराष्ट्रीय मंच पर घृणित रूप से अपनी बातों को रखा . 


पूनिया ने कहा कि विश्व में कोरोना से लड़ाई का का मामला हो या भारत रूस उक्रेन के बीच शांति रखने में भूमिका निभाने का, भारत अग्रणी रहा है. बिलावल भुट्टो जरदारी का बयान इतना शर्मनाक है कि उन्हें अंतरराष्ट्रीय मंच पर माफी मांगनी चाहिए. पूनिया ने कहा कि भुट्टो ने शायद इतिहास नहीं पढ़ा. कल का दिन भारत की सेनाओं के लिए गौरवशाली दिवस था. कल के दिन भारतीय सेना का विजय दिवस था. 


शायद बिलावल इतिहास को भूल गया होगा कि भारतीय सेनाओं ने 16 दिसम्बर को पाकिस्तान के घुटने टिका दिए थे. पूनिया ने कहा कि हमने बिलावल के बयान की निंदा की है, साथ ही उसका पुतला कर विरोध जताया है. ऐसा लगता है भारत की बढती लोकप्रियता और पाक का दिवालियापन और निराशापन पाक नेताओं पर मन मस्तिष्क पर अंकित हो गए हैं और वो इस भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं.