BJYM Protest : भारतीय जनता युवा मोर्चा ने शनिवार को हल्ला बोल प्रदर्शन किया. आक्रोशित युवाओं और पार्टी कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए पुलिस को हल्का बल प्रयोग करने के साथ ही, वाटर कैनन से पानी की बौछार तथा धक्का-मुक्की करनी पड़ी. इस मौके पर बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि यह सरकार के प्रतिशोध और प्रतिकार का नमूना है. सरकार ने दमनचक्र चलाया है. हम न तो पहले झुके थे, न अब झुकेंगे.


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लगभग 5 घंटे तक चले इस प्रदर्शन में पार्टी के वरिष्ठ नेता, सासंद, विधायक, पदाधिकारी, अन्य जनप्रतिनिधि शमिल रहे. इससे पहले भाजपा प्रदेश कार्यालय पर सभा हुई. सतीश पूनियां ने कहा कि, कांग्रेस सरकार के कुशासन में दमनकारी नीतियां, 19 बार पेपर लीक, सम्पूर्ण किसान कर्जमाफी के नाम पर किसानों से वादाखिलाफी, महिलाओं पर बढ़ते अपराध, बिगड़ी कानून व्यवस्था, पिछले साढ़े चार साल से ऐसे हालात बने हुए हैं.  प्रदेश के अशोक गहलोत के राज में 19 बार पेपर लीक हुए, दस हजार नौजवान आत्महत्या कर चुके हैं, जिनमें लगभग ढाई हजार विद्यार्थियों ने आत्महत्या की, इसकी जिम्मेदार कांग्रेस की अशोक गहलोत सरकार है, जिसके अराजक शासन में बार बार पेपर लीक से युवा अवसाद में हैं.


कांग्रेस शासन में 18 हजार से अधिक किसानों की जमीनें नीलाम हो चुकी हैं, 200 से ज्यादा किसान आत्महत्या कर चुके हैं, जिसकी वजह सम्पूर्ण किसान कर्जमाफी के नाम पर प्रदेश के किसानों  से छलावा किया है, राहुल गांधी ने 2018 के विधानसभा चुनाव में प्रदेश के किसानों से यह वादा किया था कि कांग्रेस की सरकार बनने पर 10 दिन में सभी किसानों का पूरा कर्जा माफ करेंगे, लेकिन कांग्रेस ने आज तक यह वादा पूरा नहीं किया.


राहुल गांधी को ना किसान के बारे में कुछ पता है, ना खेत-खलिहान और फसल के बारे में जानकारी है और वहीं प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी नेक इरादों व जनकल्याणकारी योजनाओं से  देश के किसानोें और युवाओं की तरक्की के लिए प्रतिबद्ध होकर कार्य कर रहे हैं. वहीं राज्य की अशोक गहलोत सरकार नौजवानों को ठगने और वादाखिलाफी करने का काम कर रही है, राजस्थान में भाजपा नौजवानों, किसानों, दलितों, वंचितों और महिलाओं की आवाज बनकर मजबूती से खड़ी हुई है.


प्रदेश भर में 15 मार्च से आंदोलन
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि सरकार के खिलाफ आक्रोश प्रदर्शन का मामला यहीं नहीं रुकने वाला पार्टी की ओर से 15 से 30 मार्च और आगे जो भी जरूरत पड़ेगी उसी तरीके से भाजपा द्वारा कांग्रेस सरकार के खिलाफ सभी जिलों में कलेक्ट्रेट पर घेराव कर प्रदर्शन किया जाएगा. भाजपा का कार्यकर्ता संघर्ष, संकल्प और विकास के लिए राजनीति करता है और जब तक कांग्रेस सरकार को 2023 में उखाड़ नहीं फेंकेगे तब तक भाजपा चैन से नहीं बैठेगी. 2023 में भाजपा की सरकार बनने पर हम आपको आश्वस्त करते हैं कि प्रदेश की किसी भी बहन बेटी की तरफ कोई आंख उठाने की हिम्मत नहीं कर पाएगा, अगर कोई आंख उठाकर देखेगा तो रूह कांप जाएगी, इतनी मजबूत कानून व्यवस्था प्रदेश की जनता को देंगे.


कांग्रेस सरकार भाजपा के आन्दोलनों से पूरी तरह बौखलाई हुई है, वर्ष 2022 में 6 फरवरी को कोटा से बूंदी जाते समय मुझ पर और हमारी पार्टी के कार्यकर्ताओं पर कांग्रेस के गुण्डों ने हमला किया और 15 फरवरी को जयपुर में रीट पेपर लीक मामले को लेकर भाजपा द्वारा किए गए विशाल आन्दोलन को दबाने के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पुलिस प्रशासन का दुरूपयोग कर लाठीचार्ज करवाया, जिसमें पार्टी के अनेकों कार्यकर्ताओं को गम्भीर चोटें आई और मेरा पैर गम्भीर रूप से चोटिल हुआ था, इससे यह स्पष्ट है कि कांग्रेस सरकार दुर्भावना की राजनीति करती है.


अरुण सिंह ने कहा कि भाजपा संगठन प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनियां के कुशल संगठन नेतृत्व में राजस्थान में मजबूती से आगे बढ़ रहा है और पन्ना और बूथों पर पूरी तरह मजबूत है और मुझे पूर्ण विश्वास है कि 2023 में प्रधानमंत्र नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व में भाजपा की तीन चैथाई बहुमत की राजस्थान में सरकार बनेगी. ऐसी अराजक सरकार कहीं नहीं देखी, जिस तरह कांग्रेस के शासन में पेपर लीक हो रहे हैं, प्रदेश में कहीं भी बहन बेटियां सुरक्षित नहीं हैं, किसानों और युवाओं से वादाखिलाफी हो रही है, कांग्रेस सरकार में बढ़ते झगड़े के कारण प्रदेश का विकास पूरी तरह ठप पड़ा हुआ है, ऐसे हालात हैं कांग्रेस की अशोक गहलोत सरकार में राजस्थान के.


राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कहते हैं कि यह बजट युवाओं को समर्पित है, जबकि हकीकत यह है कि कांग्रेस सरकार के शासन में नौकरियों की लूट हो रही है, पेपर लीक हो रहे हैं और जिस डीपी जारोली को बर्खास्त किया जाता है उसे फिर सरकार में नियुक्ति दे दी जाती है, युवाओं और किसानों के साथ कांग्रेस शासन में धोखा- छलावा हो रहा है. किसान कर्जमाफी के नाम पर वादाखिलाफी के कारण हनुमानगढ़ सहित कई जिलों में तमाम किसान सुसाइड कर चुके हैं, जमीनें नीलाम हो रही हैं और बार-बार पेपर लीक से प्रदेश का युवा अवसाद में है, जो 2023 में कांग्रेस सरकार को पलट कर रहेगा.