Jaipur : 'सफाई' कंपनी को भुगतान को लेकर नगर निगम ग्रेटर (Jaipur Nagar Nigam Greater) का सिस्टम 'कचरा' हो गया. दो दिन से घर-घर से कचरा संग्रहण करने वाली गाड़ियों के पहिये थमे हुए हैं. उधर आयुक्त से कथित हाथापाई के बाद शहर के 10 हजार सफाई कर्मचारियों ने हड़ताल कर दी है. जिससे शहर कचरा-कचरा हो गया है. पहले ही शहर की जनता कोरोना (Coronavirus) की मार झेल रही है. उसके बाद इस कचरे से फैलने वाला संक्रमण.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

ये भी पढ़ें-राजस्थान सरकार पंचायती राज संस्थाओं को सशक्त बनाने के लिए प्रयासरत: गहलोत


दरअसल जयपुर शहर (Jaipur News) की बिगड़ी सफाई व्यवस्था सुधारने के लिए शुक्रवार को ग्रेटर नगर निगम महापौर के कार्यालय में बैठक बुलाई गई. इसमें समस्या का हल तो कोई निकला नहीं अलबत्ता आयुक्त यज्ञमित्र सिंह देव से हाथापाई तक के आरोप लग गए. महापौर डॉक्टर सौम्या (Dr Somya Gurjar) ने इन आरोपों का खंडन किया. 


हालांकि आयुक्त ने तीन पार्षदों के खिलाफ एफआईआर दर्ज भी करवाई है. वहीं, मामला राज्य सरकार के पास भी पहुंच चुका है. घटनाक्रम की जांच के लिए यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने एक जांच कमेटी बैठा दी है. जिसकी जांच के लिए रेनू खंडेलवाल को लगाया गया है. 


ये भी पढ़ें-Corona में भामाशाह ने लोगों की मदद के लिए बढ़ाए हाथ, मसीहा बने आशुसिंह सुरपुरा