चिनार कॉर्प्स ने भरी हुंकार ,अब POK दूर नहीं, रक्षा मंत्री के एक आदेश पर वापस ले लेंगे गिलगित-बाल्टिस्तान
Defence Minister on Gilgit- Baltistan: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने हाल ही में गिलगित- बाल्टिस्तान पर बड़ा ब्यान दिया था, जिसे लेकर चिनार कॉर्प्स के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल एडीएस औजला ने कहा कि भारतीय सेनाएं हमेशा तैयार हैं.
Delhi/Jaipur: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने हाल ही ‘शौर्य दिवस’ के अवसर पर कहा था कि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर को वापस भारत में मिलाने के लिए उनकी सरकार प्रतिबद्ध है. उनके इस बयान के बाद चिनार कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल एडीएस औजला ने कहा कि भारतीय सेनाएं हमेशा तैयार हैं. एक बार पीओके को हासिल करने का आदेश मिला, तो फिर हम पीछे नहीं देखेंगे.
दरअसल, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शौर्य दिवस पर जम्मू कश्मीर के दौरे पर पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने पाकिस्तान को चुनौती दी थी. राजनाथ सिंह ने कहा था कि पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में उसने (पाकिस्तान) जो किया है, उसकी कीमत चुकानी पड़ेगी. पाकिस्तान अपने कब्जे वाले कश्मीर में लोगों पर 'अत्याचार' कर रहा है और उसे इसके परिणाम भुगतने होंगे. उन्होंने आगे कहा कि हमने कश्मीर का विकास कार्य शुरू कर दिया है, लेकिन हम तब तक नहीं रुकेंगे जब तक हम गिलगित-बाल्टिस्तान नहीं पहुंच जाते.
क्षमताओं पर हो रहा सुधार
रक्षामंत्री के इस बयान के बाद बुधवार को श्रीनगर में कोर मुख्यालय में एक बातचीत के दौरान 15 कोर के जनरल ऑफिसर कमांडिंग (जीओसी) ने कहा, "हम अपनी पारंपरिक क्षमताओं को सुधार रहे हैं. हम ऐसा इसलिए कर रहे हैं कि जब कभी इसकी आवश्यकता हो तो हम पीछे मुड़कर न देखें."
वहीं, नियंत्रण रेखा (एलओसी) की रखवाली में लगे कोर कमांडर ने आगे यह भी कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम समझौते के बाद से पिछले 20 महीनों में भारतीय सेना की समग्र रक्षा तैयारियों को भारी प्रोत्साहन मिला है.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को कहा था कि भारत की उत्तर में विकास यात्रा पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) के गिलगित और बाल्टिस्तान के हिस्सों में पहुंचने के बाद पूरी होगी। उन्होंने पड़ोसी देश के अवैध कब्जे से इन क्षेत्रों को वापस लेने के संबंध में संसद में 1994 में पारित एक प्रस्ताव का जिक्र करते हुए यह बात कही थी.
भारतीय सेना पूरी ताकत से है तैयार
LOC पर मौजूदा स्थिति के बारे में बात करते हुए एडीएस औजला ने कहा कि अभी मौजूदा स्थिति नियंत्रण में है. लेकिन जब भी मौका मिलता है घुसपैठ की कोशिशें होती हैं, लेकिन हमारी सीमा की रक्षा के लिए भारतीय सेना पूरी ताकत से तैयार है. LOC की रखवाली की जिम्मेदारी संभाल रहे कोर कमांडर ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम समझौते के बाद से 20 महीनों में भारतीय सेना की रक्षा तैयारियों को भारी प्रोत्साहन मिला है. औजला ने कहा, जब भी सीमा पर घुसपैठ की कोशिश होती है, लेकिन सेना ऐसी कोशिशों को विफल करने या मुंहतोड़ जवाब देने में सक्षम है.
चिनार कॉर्प्स कमांडर औजला ने कश्मीर में हाल ही में हुईं टारगेट किलिंग की घटनाओं को कायरतापूर्ण करार दिया. उन्होंने कही कि यह हमेशा से चुनौती रही है, लेकिन भारतीय सेना घाटी में शांति लाने के लिए पूरी कोशिश में जुटी है. उन्होंने कहा कि जहां तक आतंकियों की बात है, उनके पूरे नेतृत्व का खात्मा हो चुका है. अब चीजें काफी बेहतर दिख रही हैं.
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