CM Gehlot said on corruption in PWD: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश में PWD विभाग में अधिकारी और ठेकेदारों के गठजोड़ को लेकर बड़ा बयान दिया है. मुख्यमंत्री आवास पर VC के जरिए आयोजित कार्यक्रम में CM अशोक गहलोत ने PWD विभाग की ओर से अब तक किए गए कामों के बारे में जानकारी दी.


  • COMMERCIAL BREAK
    SCROLL TO CONTINUE READING

    CMR से VC के जरिए शिलान्यास-लोकार्पण.

  • PWD विभाग की ओर से दी गई है अब तक किए गए कामों के बारे में जानकारी.

  • प्रदेशभर में 49103 कि.मी. की सड़कों का जाल बिछाया.

  • 7920 कि.मी. नवीन सड़कों के निर्माण हुआ.

  • राष्ट्रीय राजमार्गों के 979 कि.मी. पर 3529 करोड़ रुपये खर्च.

  • राज्य राजमार्गों व जिला सड़कों की 5690 कि.मी. की सड़कों पर किया 6916 करोड़ व्यय.

  • ग्रामीण सड़कों के विकास कार्य में 34514 कि.मी. की सड़कों पर 7807 करोड़ रुपये किए व्यय.

  • इसी तरह 500 और इससे अधिक आबादी के सड़कों से वंचित 1009 गांवों में से 541 गांवों को सड़कों से जोड़ा गया.

  • 383 गांवों को सड़कों से जोड़ने का कार्य प्रगति पर.

  • 1001 कि.मी. राज्य राजमार्गों का 1200 करोड़ रुपये की लागत से 2 लेन में सड़क चौड़ाईकरण का कार्य स्वीकृत.


इस दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि प्रदेश में जोधपुर की सड़कों की हालत मैंने देखी है बाकी जगह भी यही स्थिति है इसकी वजह XEN स्तर के अधिकारियों का ठेकेदारों से पार्टनर बन जाना है. भ्रष्टाचार बढ़ जाता है ठेकेदार क्वालिटी में समझौता करता है और ठेकेदारों के साथ अधिकारियों की पार्टनरशिप से सड़कों की क्वालिटी खराब होती है.


ठेकेदारों के साथ अधिकारियों की पार्टनरशिप से सड़कों की क्वालिटी खराब होती है- CM गहलोत
मुख्यमंत्री ने कहा कुछ भी हो सब कुछ मंजूर है लेकिन सड़कों की क्वालिटी से समझौता मंजूर नहीं होगा. CM ने PWD विभाग के अधिकारियों को कड़े लहजे में कहा मैं नीचे के अधिकारियों की नहीं प्रमुख अधिकारियों की जिम्मेदारी मानूंगा. आप चाहे उन्हें APO करें सस्पेंड करे कुछ भी करे लेकिन सड़कों की क्वालिटी से समझौता नहीं होना चाहिए. CM ने कहा ठेका देते समय तो पाबंद किया जाता है लेकिन उसके बाद ध्यान नहीं दिया जाता. ठेकेदार सड़कों को रिपेयर नहीं करता. जनता को परेशानी होती है. ऐसे में मॉनिटरिंग का काम नहीं हो रहा है.



JEN और AEN के पद क्यों नहीं खत्म किए गए
मुख्यमंत्री ने कहा अधिकारियों को खुद से पूछना चाहिए जनता के हित में आप काम कर रहे हैं या नहीं पब्लिक के हित में ही काम करना सर्वोपरि होना चाहिए. मुख्यमंत्री ने कहा जोधपुर की सड़के बर्बाद हो चुकी है वहां मैंने अधिकारियों को दो टुक शब्दों में कह दिया है. जब धन की कमी नहीं है तो फिर ऐसी स्थिति क्यों है. अधिकारियों को फील्ड में दौरे करने चाहिए JEN और AEN के पद पता नहीं क्यों खत्म किए गए हैं.


ये भी पढ़ें- बीसलपुर बांध से अब तक 16 साल का पानी बर्बाद, 16.60 करोड़ आबादी की बुझ सकती थी प्यास


मुख्यमंत्री ने सड़कों के बहाने मोदी सरकार पर भी साधा निशाना
मंत्री कह रहे हैं कि भर्ती की जा रही है CM ने कहा मुझे नहीं पता ये फैसला हमारे समय हुआ या BJP के समय लेकिन इन पदों की अपनी उपयोगिता है. मुख्यमंत्री ने सड़कों के बहाने मोदी सरकार पर भी निशाना साधा. CM ने कहा राजस्थान सड़कों के मामले में आगे रहे यही हमारी प्राथमिकता हैं. एक समय गुजरात की सड़के अच्छी मानी जाती थी लेकिन आज गुजरात की सड़कें खराब है मोदी और अमित शाह के राज्य में सड़के दयनीय स्थिति में है.