राजस्थान में एक्शन की तैयारी: पेपर लीक करने वाले बदमाशों की अब खैर नहीं, डीजीपी उमेश मिश्रा ने बनाया ये मेगा प्लान
CM Bhajan lal in action : राजस्थान CM भजनलाल शर्मा के निर्देश पर डीजीपी उमेश मिश्रा ने पेपर लीक प्रकरणों की जांच के लिए SIT और संगठित अपराध के खिलाफ कार्रवाई के लिए एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स का गठन किया.
CM Bhajan lal action in Rajasthan : राजस्थान में पेपर लीक और संगठित अपराध एक बड़ी चुनौती बनकर उभरा है. चुनाव से पहले भाजपा द्वारा जारी किए गए मेनिफेस्टो में भी इन चीजों का जिक्र किया गया और साथ ही इस पर सख्त कार्रवाई करने का वादा जनता से किया गया.
पेपर लीक करने वालों की आएगी सामत
जनता से किए गए वादे के मुताबिक मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद CM भजनलाल शर्मा ने तुरंत इस पर काम करने के निर्देश दिए. मुख्यमंत्री के निर्देश पर डीजीपी उमेश मिश्रा ने पेपर लीक प्रकरणों की जांच के लिए SIT और संगठित अपराध के खिलाफ कार्रवाई के लिए एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स का गठन किया.
राजस्थान में एंटी गैंगस्टर फोर्स (Anti Gangster Force in Rajasthan)
बीती कांग्रेस सरकार में प्रदेश में कई पेपर लीक हुए और सरकारी नौकरी का सपना देखने वाले युवाओं के साथ एक बड़ा विश्वास घात हुआ. पेपर लीक की घटनाएं फिर से ना हो इस पर विशेष फोकस रखते हुए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के निर्देश पर डीजीपी उमेश मिश्रा ने पेपर लीक प्रकरणों की जांच के लिए SIT का गठन किया है.
कांग्रेस सरकार में हुआ था पेपर लीक
SIT की कमान ADG वीके सिंह को सौंप गई है. वहीं SIT में ADG वीके सिंह सहित 50 पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को शामिल किया गया है. ADG के अलावा 1 IG/DIG, 1 SP, 4 ASP, 8 DSP, 10 CI/SI, 10 ASI/HC और 15 हेड कांस्टेबल/कंप्यूटर ऑपरेटर को शामिल किया गया है.
5 सालों में राजस्थान में हुए पेपर लीक मामले की होगी जांच
फोर्स को आवश्यकतानुसार वाहन और अन्य संसाधन उपलब्ध कराने के आदेश भी जारी किए गए हैं. पिछले 5 सालों में राजस्थान में जितने भी पेपर लीक हुए उन सभी प्रकरणों की गहराई से जांच कर सरगनाओं और पूरे नेक्सस में शामिल बदमाशों को गिरफ्तार करने की जिम्मेदारी SIT को सौंप गई है.
वहीं संगठित अपराध और अपराध में लिप्त बदमाशों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के लिए एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स का गठन किया गया है. एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स की जिम्मेदारी एडीजी दिनेश एमएन को सौंपी गई है. ADG दिनेश एमएन सहित 65 पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स में शामिल किया गया है.
ADG के अलावा 1 IG/DIG, 1 SP, 2 ASP, 4 DSP, 4 CI, 12 SI/ASI और 40 हेड कांस्टेबल/कांस्टेबल/कंप्यूटर ऑपरेटर को फोर्स में शामिल किया गया है। फोर्स को आवश्यकतानुसार वाहन और अन्य संसाधन उपलब्ध कराने के आदेश दिए गए हैं.
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दूसरे राज्यों से आकर राजस्थान को शरणास्थली बनाने और संगठित अपराध फैलाने वाले गैंगस्टर्स के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के लिए इस एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स का गठन किया गया है.
फोर्स का गठन होने के बाद पहली कार्रवाई मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के गृह जिले भरतपुर में ही देखने को मिली, जहां एक इनामी बदमाश से हुई मुठभेड़ में बदमाश को दो गोलियां मारने के बाद गिरफ्तार किया गया.
SIT और एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स आने वाली दिनों में किस तरह से काम करती है और प्रदेश की जनता का विश्वास जीत पाती है या नहीं यह देखने की बात होगी.