राजस्थान में कांग्रेस साबित होगी जीरो या हीरो? CM भजनलाल ने जीत की हैट्रिक का किया दावा तो डोटसरा ने सरकार के मंत्रियों....`
Rajasthan Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव के नतीजे 4 जून के सभी के सामने होंगे. इस बीच राजस्थान के सीएम भजनलाल शर्मा ने राजस्थान में लोकसभा की सभी 25 सीटें जीतने का दावा किया है. वहीं इस मामले में पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने उन पर तंज कसा है.
Rajasthan Lok Sabha Election 2024: राजस्थान सरकार अपने काम और उपलब्धियां को गिना रही है जबकि विपक्ष इस पर सवाल उठा रहा है. सत्ताधारी पार्टी लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को लगातार तीसरी बार जीरो पर लाने की बात कर रही है. तो राज्य सरकार के मंत्रियों को विपक्ष में बैठी कांग्रेस भी डबल जीरो की मार्किंग दे रही है. ऐसे में जनता के मन में भी सवाल उठना स्वाभाविक है कि आखिर कौन हीरो है और कौन जीरो?
बीजेपी का कहना है कि पिछले लोकसभा चुनाव के नतीजों में जो कांग्रेस के पास जो डबल जीरो (00) था वही इस बार भी आएगा. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि बीजेपी एक बार फिर सभी 25 सीट जीतेगी.
सरकार के अपने दावे हैं तो विपक्ष में बैठी कांग्रेस भी अपना अलग ही आकलन बता रही है. लोकसभा चुनाव में बीजेपी के क्लीन स्वीप की हैट्रिक को रोकने का दावा करने के साथ ही पीसीसी चीफ गोविन्द डोटासरा ने राज्य सरकार के मन्त्रियों का कामकाज पर भी अपना नजरिया बताते हुए सरकार के मन्त्रियों को डबल जीरो नम्बर की मार्किंग की है. डोटासरा ने कहा कि, मन्त्री कोई काम करते तो उन्हें 10 में से कुछ नम्बर देने की स्थिति आती लेकिन यहां तो मन्त्री अभी तक डबल ज़ीरो पर ही अटके दिख रहे हैं.
डोटासरा भले मन्त्रियों का काम को डबल जीरो नम्बर दे रहे हों,लेकिन बीजेपी के प्रदेश महामंत्री जितेंद्र गोठवाल कहते हैं कि सत्ता से बाहर होने के बाद कांग्रेस नेताओं को दौरे पड़ने लगे हैं उन्होंने कहा कि सरकार ने 5 महीने में पेपर लीक, किसान सम्मान निधि और ERCP जैसे मोर्चे पर काम किया है. गोठवाल ने कहा कि मार्किंग तो जनता तय करती है और जनता ने बीजेपी को राज्य में सरकार बनाने का मौका दिया है...
लोकतन्त्र में सबसे बड़ी परख कोई भी चुनाव होता है.और उसमें नम्बर देने का अधिकार जनता के पास ही होता है. ऐसे में सवाल यह भी है कि क्या लोकसभा चुनाव में बीजेपी को मिले नम्बर्स को.राज्य सरकार के कामकाज की मार्किंग माना जाए या राज्य की मार्किंग के विधानसभा चुनाव में ही तय होगी?