Jaipur: CRS निरीक्षण झुंझुनू स्टेशन से लोहारू स्टेशन तक किया गया. झुंझुनू से लोहारु खंड का 58 रूट किलोमीटर का रेल विधुतीकरण कार्य पूर्ण होने पर रेल संरक्षा आयुक्त पश्चिम परिमंडल मुम्बई आरके शर्मा द्वारा निरीक्षण किया गया. लोहारू स्टेशन से झुंझुनू स्टेशन तक विद्युत इंजन से सेक्सनल स्पीड से स्पीड ट्रायल किया गया जोकि सफल रहा. इस दौरान शर्मा ने झुंझुनू स्टेशन से लोहारू स्टेशन के मध्य स्थित विभिन्न एल सी गेट, पावर सब स्टेशन, ट्रेक्शन सब स्टेशन एवं विभिन्न स्टेशनों का निरीक्षण किया.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

यह भी पढ़ें: कांग्रेस विधायक के बेटे पर दुष्कर्म के आरोपों पर बवाल, विपक्ष के निशाने पर सरकार


जयपुर स्टेशन से झुंझुनू स्टेशन तक रेल विद्युतीकरण पहले ही किया जा चुका है. अब जयपुर स्टेशन, दिल्ली वाया सीकर होते हुए रेल विद्युतीकरण लाइन से जुड़ गया है, और जयपुर-रींगस-सीकर-झुंझुनू का जम्मू, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली तथा उत्तर भारत से रेल विद्युतीकृत लाइन से सम्पर्क हो जायेगा. राजस्थान के खनिज का भारत के विभिन्न प्रदेशों में इस मार्ग से रेल विद्युतीकृत लाइन से भेजा जा सकेगा. 


सीकर-झुंझुनू-लुहारु सेक्सन लाइन के विद्युतीकरण निर्माण का खर्चा लगभग 114.50 करोड़ रुपए है. निरीक्षण में रेल संरक्षा आयुक्त पश्चिम परिमंडल मुम्बई आरके शर्मा के साथ, मुख्य परियोजना निदेशक, रेल विद्युतीकरण जयपुर पीएल मीना, उत्तर पश्चिम रेलवे जयपुर के प्रमुख मुख्य विद्युत इंजीनियर राजेश मोहन, मंडल रेल प्रबंधक जयपुर नरेन्द्र, उप मुख्य विद्युत इंजीनियर(झुंझुनू-लोहारु प्रोजेक्ट इंचार्ज) महाराज सिंह, उप मुख्य विद्युत इंजीनियर(मुख्यालय) जयपुर एलडी गौतम, उप मुख्य इंजीनियर जितेन्द्र पाल, उप मुख्य संकेत एवं दूरसंचार इंजीनियर अनुपम कुमार और अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए.