Bikaner Dalit Rape Case News : बीकानेर के खाजूवाला में दलित महिला से दुष्कर्म के बाद हत्या के मामले में बीजेपी ने राज्य सरकार को कठघरे में खड़ा किया है. बीजेपी नेताओं ने मामलें में पुलिसकर्मियों के दोषी होने पर सवाल उठाया कि जब रक्षक ही भक्षक बनें तो जनता कहां जाएगी ? कांग्रेस सरकार में हुई दुष्कर्म की घटनाओं पर कहा कि यह गहलोत सरकार नहीं शर्मसार सरकार है.


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भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने खाजूवाला में दलित महिला के दुष्कर्म कर हत्या के मामले पर प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार ने राजस्थान पूरे देश में शर्मसार किया है. गहलोत सरकार नहीं यह शर्मसार सरकार है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जो राज्य के गृहमंत्री भी हैं, जो थोथा चणा बाले घणा के आधारपर काम कर रहे हैं . मुख्यमंत्री सदैव अपनी कुर्सी की सुरक्षा में लगे रहते हैं, उन्हें प्रदेश के लोगों की सुरक्षा और कानून व्यवस्था से कोई मतलब नहीं है. दलित महिला से बलात्कार कर उसकी हत्या कर देना और दो पुलिस कांस्टेबलों का इसमें नामजद आरोपी होना, कांग्रेस सरकार के लिए और भी गंभीर विषय को प्रदर्शित करता है कि सरकार कितने निकम्मेपन से चलाई जा रही है, जिसमें रक्षक ही भक्षक बना हुआ है.


 



इसी तरह नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने ट्वीट कर कहा कि बीकानेर के खाजूवाला में युवती से दुष्कर्म के बाद हत्या करने की घटना में पुलिसकर्मियों की संलिप्तता सामने आना सरकार के माथे पर कलंक है. राठौड़ ने कहा कि इस मामले में दोषी कांस्टेबल भागीरथ व कांंस्टेबल मनोज कुमार को मात्र निलंबित कर खानापूर्ति की जा रही है जिससे युवती के परिजनों में भी पुलिस प्रशासन के प्रति गहरा आक्रोश है. इस मामले अब तक दोनों आरोपी कांस्टेबलों को गिरफ्तार नहीं किया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है. मैं राज्य सरकार से इस मामले में दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करते हुए उन्हें गिरफ्तार करने की मांग करता हूं.


 



राठौड़ ने कहा कि इससे बड़े शर्म की बात क्या होगी कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ही गृह विभाग के मुखिया है इसके बावजूद एनसीआरबी के आंकड़ों के अनुसार राजस्थान 6,337 प्रकरणों के साथ दुष्कर्म में देश में पहले पायदान पर है. जब पुलिस खुद अपराधों को अंजाम देगी तो अपराधी और पुलिस में फर्क क्या रहेगा ?


जब बाड़ ही खेत को खाए


राठौड़ ने कहा कि कांग्रेस राज में अबलाओं की इज्जत लूटने का पुलिस प्रशासन के क्रूर चेहरे का यह पहला मामला नहीं है. इससे पहले कई ऐसे मामले सामने आयें हैं जिसमें पुलिस द्वारा रिश्वत में अस्मत मांगी गई तो कहीं पर थाने में ही महिलाओं की इज्जत के साथ खिलवाड़ किया गया. राठौड़ ने कहा कि कांग्रेस राज में पुलिस महकमे की हालत ''बाड़ ही खेत को खा जाये'', जैसी होने लगी है. मुख्यमंत्री जी जवाब दें, जब रक्षक ही भक्षक बन जायेंगे तो जनता की सुरक्षा कौन करेगा ?


दूसरी ओर उपनेता प्रतिपक्ष सतीश पूनियां ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की पहली और आखिरी प्राथमिकता सिर्फ अपनी कुर्सी सुरक्षित रखना है, जो वह साढ़े 4 साल से कर रहे हैं, कांग्रेस सरकार की लड़ाई में अपनी कुर्सी को सुरक्षित रखने के चक्कर में पूरे प्रदेश की कानून व्यवस्था अशोक गहलोत ने दांव पर लगा दी है. बीकानेर के खाजूवाला में महिला के साथ दुष्कर्म और हत्या के मामले ने राजस्थान को एक बार फिर शर्मसार किया है, दिन प्रतिदिन महिलाओं के खिलाफ अत्याचार एवं दुष्कर्म के आंकड़े लगातार बढ़ रहे हैं और अशोक गहलोत अपनी और कांग्रेस सरकार की इमेज बनाने के लिए करोड़ों रुपए पीआर कंपनियों पर बहाने में लगे हुये, लेकिन सरकार की कार्यशैली इतनी कलंकित हो चुकी है कि दाग धुल नहीं पाएंगे, चाहे कितनी ही पीआर कंपनी लगा लीजिए.


कांग्रेस जमीनी हकीकत भी समझ चुकी है कि हर मोर्चे पर विफल हो चुकी कांग्रेस की गहलोत सरकार की राजस्थान से विदाई तय है. स्वाभिमान, शौर्य, संस्कृति, सभ्यता, शांतिप्रिय और पर्यटन के लिए पूरी दुनिया में प्रसिद्ध राजस्थान की छवि को कांग्रेस सरकार ने धूमिल करने का काम किया है, आज हालात यह हैं प्रदेश में कहीं भी बहन-बेटियां और आमजन सुरक्षित नहीं है. इससे बड़ी शर्म की बात क्या होगी कि खाजूवाला में जिस पुलिस पर सुरक्षा की जिम्मेदारी है वह ही भक्षक बन गई, तो मुख्यमंत्री बताएं फिर किससे उम्मीद करें ? कांग्रेस शासन में चारों तरफ माफिया और तानाशाही राज जैसे हालात बने हुए हैं.


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