Beleshwar Mahadev Jhulelal Temple : रामनवमी पर जब पूरे देश में धार्मिक आयोजन हो रहे थे और लोग एक दूसरे को बधाई संदेश भेज रहे थे. एक मंदिर में कई भक्तों की लाशों का अंबार लग गया था. मंदिर प्रबंधन की गलती के चलते 25 फीट की पानी से भरी बावड़ी में डूबकर कई लोगों की जान चली गयी.


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इंदौर के बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर में हर साल की तरह इस बार भी रामनवमी पर भक्तों का सैलाब उमड़ा था. लेकिन बावड़ी के छत पर बना दी गयी अवैध छत के गिरने से भयानक हादसा हो गया.


अबतक मंदिर में हुए हादसे में 35 लोगों की मौत हो चुकी है. रात 11 बजे सेना जवानों की टीम को रेस्क्यू के काम में लगाया गया है और तब से अब तक बावड़ी से लाशों को निकालने का सिलसिला जारी है.


एक रिपोर्ट के मुताबिक 35 लोगों की मौत हो चुकी है, 18 जख्मी है जिन्हे बावड़ी से निकाला गया है. लेकिन अंडर वॉटर कैमरे की नजर से देखने पर पता चला है कि बावंडी के पानी में अभी भी कई शव हैं.


सेना, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें सर्च अभियान में लगी हैं. हैरानी की बात ये है कि 60 साल पुराने इस मंदिर को इंदौर की नगर पालिका की तरफ से इसी साल जनवरी में मंदिर ट्रस्ट को बावड़ी के ऊपर बने इस अवैध निर्माण यानि की बावड़ी के ऊपर के हिस्से को ढकने के लेकर नोटिस जारी किया गया था और ये इस हटाने को कहा गया था. 


लेकिन बाद में लोगों की धार्मिक भावनाएं आहत नहीं हो ये सोचकर नगर पालिका ने कदम पीछे ले लिए और कल ये भयानक हादसा हुआ.