Jaipur : जयपुर में बूस्टर अभियान को लेकर सवाल खड़े हो गए है. झोटवाड़ा में कार्रवाई करने गई टीम के सदस्य मोहनलाल सैनी कैसे बूस्टर अभियान में शामिल हो गए, क्योकि वे तो ड्रिलिंग शाखा में कार्यरत है. हैरानी की बात ये है कि पिछले एक सप्ताह से ड्रिलिंग दफ्तर उन्हे ढूंढ रही है. एईएन कपिल मीणा मोहनलाल सैनी को नोटिस थमाकर ढूंढ रहे है, फोन कर रहे है, लेकिन मोहनलाल तो बूस्टर अभियान में व्यस्त है. ऐसे में बिना पोस्टिंग, बिना अनुमति सैनी कैसे बूस्टर अभियान का हिस्सा बन गए. जब हाथापाई के खबरे सामने आई तब जाकर ड्रिलिंग शाखा को पता चला कि हमारे खंड का कार्मिक तो बूस्टर अभियान में लगे है. इस कार्रवाई के बाद अब विभाग में चर्चा शुरू हो गई है कि क्या मोहनलाल का किसी फर्म से तालुल्क है,जयपुर नार्थ में एसई अजय सिंह राठौड की मॉनिटरिंग में कार्रवाई की जा रही है.


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जिम्मेदारों की सफाई 


एक्सईएन पवन अग्रवाल के एपीओ के बाद आरके मीणा को चार्ज दिया गया है. जिम्मेदार एक्सईएन आरके मीणा को टीम के बारे में ही जानकारी नहीं. उनका कहना है कि चले गए होंगे, मुझे नहीं पता. जबकि मीणा खुद ही ड्रिलिंग खंड के एक्सईएन है, फिर भी उन्हे जानकारी नहीं. वैसे आरके मीणा ने तबादले के लिए डिजायर लगा रखी है. दूसरी तरफ कार्रवाई करने गई एईएन उषा चौधरी ने कहा कि मोहनलाल सैनी  पास की ही साइट देखने आए थे, इसलिए वहां पर मौजूद थे.  


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 हाथापाई, थप्पड तक नौबत आई 


अवैध बूस्टर अभियान पकड़ ने गई टीम पर उपभोक्ता ने हाथापाई की. इस संबंध में एईएन उषा चौधरी ने राजकार्य में बाधा डालने का मुकदमा झोटवाडा थाने में दर्ज करवाया. रिपोर्ट के मुताबिक कार्रवाई के दौरान उपभोक्ता मुमताज खान ने कर्मचारी मोहनलाल सैनी को थप्पड़ जड़ा और हाथापाई की. चमनबाड़ी के प्लाट नंबर 77 में 5 अवैध बूस्टर्स को पकड़ा था. लेकिन सवाल ये कि बूस्टर अभियान में कैसे चले गए, कैसे किसी उपभोक्ता के घर जाकर कारवाई कर दी, क्योकि ये तो उनका अधिकारी ही नहीं.


Reporter: Ashish Chauhan


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