जयपुर में दुर्गाष्टमी की धूम, माता के जयकारों से गूंजे मंदिर और घर
छोटी काशी कही जाने वाली गुलाबी नगरी में नवरात्रि का महापर्व दुर्गाष्टमी श्रद्धा और भक्तिभाव के साथ मनाया जा रहा है. लोगों ने घरों अपनी कुलदेवी और मां दुर्गा की पूजा-अर्चना कर ज्योत ली गई.
Jaipur: छोटी काशी कही जाने वाली गुलाबी नगरी में नवरात्रि का महापर्व दुर्गाष्टमी श्रद्धा और भक्तिभाव के साथ मनाया जा रहा है. लोगों ने घरों अपनी कुलदेवी और मां दुर्गा की पूजा-अर्चना कर ज्योत ली गई. महाअष्टमी पर शहर के सभी देवी मंदिरों में विशेष आयोजन और हवन हुए.
मंदिरों में माता का विशेष शृंगार कर मनमोहक झांकियां सजाई गई. माता को खीर-पूड़ी-हलुए का भोग लगाया गया. नवरात्रि की अष्टमी के दिन कन्या पूजन का विशेष महत्व होने से घरों और मंदिरों में कन्याओं का पूजन कर भोजन कर दक्षिणा स्वरूप भेंट दी गई. कई मंदिरों में श्रद्धालु पदयात्राएं लेकर माता के धाम पहुंचे.
झालाना की पहाड़ियों के बीच स्थापित प्राचीन काली माता के मंदिर में अष्टमी दिन माता का अभिषेक कर नवीन पोशाक धारण करवा कर शृंगार किया गया. मंदिर में दर्शनों के लिए सुबह से ही माता के भक्तों के दर्शनों के लिए आने का सिलसिला शुरू हो गया. कई लोग मन्नत पूरी होने पर कनक दंडवत करते हुए हाजिरी लगाने के लिए माता के दरबार में पहुंचे.
दुर्गापुरा स्थित दुर्गा माता मंदिर में भी विशेष आयोजन हुए. मंदिर के पुजारी महेन्द्र भट्टाचार्य के सान्निध्य में मां का अभिषेक कर मनोहरी झांकी सजाई गई. दर्शनों के लिए दिनभर भक्तों का तांता लगा रहा. आमेर स्थित मंशा माता के मंदिर में भी विशेष आयोजन हुए.
खो नागोरियान में पहाड़ी पर स्थित चांदा मीणाओं की कुलदेवी आशावरी माता के मंदिर में विशेष आयोजन हुए. माता को चुनरी की पोशाक धारण करवा कर फूलों से शृंगार किया गया. कई श्रद्धालु जात-जड़ुले चढ़ाने मंदिर पहुंचे और भक्तों ने ज्योत के दर्शन कर मन्नतें मांगी.
साथ ही, आमेर शिला माता, जमुवाय माता, राजापार्क स्थित वैष्णो माता सहित अन्य मंदिरों में विशेष आयोजन हो रहे हैं. दुर्गापुरा स्थित दुर्गा माताएं मानबाग स्थित राज राजेश्वरी माता के मंदिर में हवन और कन्या पूजन हुआ.
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