Jaipur news: जलदाय विभाग का अब पूरा सिस्टम ऑनलाइन होने जा रहा है.विभाग में कॉन्ट्रेक्टर्स का रजिस्ट्रेशन,फर्म का नवीनीकरण समेत दूसरी प्रक्रिया अब डीओआईटी द्वारा विकसित पोर्टल के माध्यम से होगा.जलदाय विभाग में और दूसरे कार्यों पर कंट्रोल भी ऑनलाइन होगा.


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सिस्टम बदलने की तैयारी में जुटे
आईटी फ्रेंडली आईएएस समित शर्मा सचिव के तौर पर जलदाय विभाग में सिस्टम बदलने की तैयारी में जुटे है.विभाग में कॉन्ट्रेक्टर्स का रजिस्ट्रेशन,फर्म का नवीनीकरण समेत दूसरी प्रक्रिया अब डीओआईटी द्धारा विकसित पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन होगा.ताकि फर्जीवाड़े पर पूरी तरह से लगाम लगे.


फिलहाल पीडब्ल्यूडी में कॉन्ट्रेक्टर्स के रजिस्ट्रेशन इसी ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से किए जा रहे हैं.जलदाय विभाग के सचिव समित शर्मा ने इस संबंध में निर्देश जारी किए है.जल्द ही जलदाय विभाग में ये सिस्टम लागू होगा.इस सिस्टम के लागू होने से फर्जीवाड़े पर लगाम लगेगी.



पानी की छीजत कम करने के निर्देश
इसके अलावा समित शर्मा ने बल्क वाटर ट्रांसमिशन सिस्टम की स्काडा द्वारा प्रभावी मॉनिटरिंग करने,वॉटर ऑडिटिंग कर छीजत कम करने के निर्देश दिए. इसके लिए अधिकारियों की कमेटी भी गठित की गई है.चीफ इंजीनियर स्पेशल प्रोजेक्ट दिनेश गोयल इसके नोडल ऑफिसर होंगे. यह कमेटी स्काडा सिस्टम को प्रभावी बनाने और डेटा शेयरिंग पर रिपोर्ट तैयार करेगी.


टंकियों की सफाई पर दफ्तर से कंट्रोल
वहीं रिजर्वायर्स की सफाई मोबाइल एप के माध्यम से मॉनिटर करने होगी.राजस्थान में करीब 33 हजार जलाशय है,जिसमें से 24409 भूतल जलाशय, 4415 स्वच्छ जलाशय और 4939 उच्च जलाशयों से पेयजल वितरण किया जाता है.इसे फरवरी से ही पायलट बेसिस पर इसकी शुरुआत जयपुर की जाएगी. मुख्य अभियंता शहरी केडी गुप्ता को इसका नोडल ऑफिसर बनाया गया है.


राजनीर होगा और सुदृढ


पेयजल उपभोक्ताओं के लिए राजनीर पोर्टल बनाया गया है,जिसमें आवेदन तो किया जा सकता है,लेकिन दूसरे ऑप्शन काम नहीं कर रहे.इसके लिए सचिव समित शर्मा ने सुधार के निर्देश दिए है.यह एप 4 साल से काम कर रहा है,लेकिन अब तक फेल रहा है.


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