Fitness Tips: अगर आप भी पाना चाहते हैं शिल्पा शेट्टी जैसा फ्लेक्सिबल और हॉट फिगर तो आज ही ट्राय करें ये आसन. आजकल की लाइफस्टाइल में लोग तरह तरह की समस्याओं से ग्रस्त है.भागदौड़ भरी इस जिंदगी में इंसान खुद के लिए समय निकलना भूल ही गया है. ऐसे में हम आपको आज ऐसे योग के बारे में बता रहें हैं जो आपकी कई समस्याओं का समाधान कर सकता है.आप जानते हैं योग हमारी भारतीय संस्कृति की अमूल्य धरोहर है जिसके माध्यम से हम अपने आप को फ़ीट हेल्थी रख सकते है.आज हम आपको बताने वाले है अर्ध चन्द्रासन के बारे में जिसे रोजाना करने से आप पाएंगे गजब का फयदा.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

 


क्या है अर्ध चंद्रासन


'अर्ध चंद्रासन' शब्द संस्कृत से बना हैं जिसमे  'अर्ध' का अर्थ होता है आधा, 'चंद्र'  का अर्थ होता है चंद्रमा और 'आसन' का अर्थ होता है मुद्रा। क्योंकि इस आसाम को करने के लिए आधे चन्द्रमा के सामान आकृति बनाई जाती है. वहीं इंग्लिश में इस आसान को हाफ मून पोज कहा जाता हैं. इसे करने के लिए सबसे पहले सीधे खड़े हो जाए. उसके बाद बाएं पैर को एक कदम आगे बढ़ाएं. उसके बाद बाएं घुटने को मोड़ें और दाएं पैर को पूरी तरह पीछे की ओर तान लें.उसके बाद धीरे धीरे दाहिने पैर की उंगलियों और घुटने को फर्श पर रखें. संतुलन के लिए हथेलियों को फर्श पर रखें और सिर को सीधा रखते हुए,गहरी सांसें लें. श्वास लेते हुए  धीरे-धीरे बाजुओं को ऊपर की ओर उठाएं. उसके बाद हथेलियों को आपस में एक साथ दबाएं और अंजलि मुद्रा में चेस्‍ट के सामने रखें. इस दौरान अंजलि मुद्रा को छोड़े बिना श्वास लें और हाथों को सिर के ऊपर उठाएं. बाजुओं को एक साथ  झुकाते हुए ऊपरी धड़ को पीछे की ओर मोड़ें. इस दौरान आपका हाथ,पीठ और दाहिना पैर अर्धचंद्र की तरह एक वक्र के रूप में बनाना चाहिए. इस आसन को 2 से 3 बार नियमित रूप से करें. ध्यान रहें अर्ध चंद्रासन को रीढ़ और हिप्‍स को पूरी तरह से वार्मअप करके ही करना चाहिए.



अर्ध चंद्रासन के फायदे


अर्ध चन्द्रासन  रीढ़ की हड्डी को लचीला बनता हैं.ऐसे करने से कमर दर्द,स्लिप डिस्क और साइटिका में आराम मिलता हैं.इस आसान से कंडे की मसल्स रिलेक्स होती हैं.यह अस्थमा और क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज  स्वास्थ्य समस्‍याओं को ठीक करने में काफी फायदेमंद है.यह पाचन तंत्र को मजबूत बनता है तथा पेट सम्बन्धी रोगों में आराम देता हैं. 


अर्ध चंद्रासन के दौरान ध्यान देने योग्य बात


अर्ध चंद्रासन प्रेग्‍नेंट महिलाओं को नहीं करना चाहिए.इसके अलावा यह साइटिका,हर्निया और पीठ के निचले हिस्से की समस्याओं से ग्रस्त व्यक्तियों के लिए हानिकारक हो सकता है.


(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य जानकारियों पर आधारित हैं. Zee Media इसकी पुष्टि नहीं करता है. प्रयोग से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क जरूर करें.)


यह भी पढ़ें - Skin Care Tips: यामी गौतम जैसी नेचुरल ब्यूटी के लिए संतरें के छिलकों का ऐसे करें यूज, मिलेगा गजब का फायदा