पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने सालासर बालाजी मंदिर तोरण द्वार तोड़ने पर उठाया ये सवाल
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने सालासर बालाजी मंदिर का तोरण द्वार तोड़ने पर सवाल उठाया है. राजे ने इस तरह मंदिर तोरण द्वार तोड़ने पर राज्य की कांग्रेस सरकार को कठघरे में खड़ा किया है.
Jaipur: पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने सालासर बालाजी मंदिर का तोरण द्वार तोड़ने पर सवाल उठाया है. राजे ने इस तरह मंदिर तोरण द्वार तोड़ने पर राज्य की कांग्रेस सरकार को कठघरे में खड़ा किया है. गौरतलब है कि सालासर बालाजी मंदिर प्रदेश का प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है जहां न केवल प्रदेशभर से बल्कि देश के विभिन्न राज्यों से श्रद्धालु आते हैं.
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चुरू के सुजानगढ़ में मंदिर परिसर के आगे की तरफ तोरण द्वारा बनाया गया है. इस तोरण द्वार के बीचों बीच भगवान राम दरबार की मूर्तियां प्रतिष्ठित की गई थीं. इस बीच स्थानीय प्रशासन ने इस तोरण द्वार को अवैध अतिक्रमण मानते हुए क्रेन की मदद से गिरा दिया.
राजे का सवाल, क्या कांग्रेस सरकार का यही विकास है ?
इधर पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने इस तरह मंदिर तोरण द्वार तोड़ने को निंदनीय बताया. राजे ने ट्वीट किया कि विकास के बहाने सालासर बालाजी तोरण द्वार को तोड़ना और राम दरबार को ध्वस्त करना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय है. पूर्व मुख्यमंत्री राजे ने इस कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए कहा कि क्या कांग्रेस सरकार का यही विकास है?
लोगों में भी है आक्रोश, सोशल मीडिया पर झलक
इधर बालाजी का तोरण द्वार तोड़ने को लेकर आम लोगों में भी आक्रोश है. तोरण द्वार पर बुलडोजर चलाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल करते हुए इस कार्रवाई के खिलाफ आक्रोश व्यक्त कर रहे हैं. लोगों का कहना है कि एक रात में तो तोरण द्वार बना नहीं होगा, ऐसे में अचानक रात में कार्रवाई क्यों की गई. इसके साथ ही लोगों का कहना है कि तोरण द्वार पर राम मंदिर की मूर्तियां थी, यदि तोरणद्वार तोड़ना ही था तो मूर्तियों को हटा देते. लोग सरकार की इस कार्रवाई को फासिस्टवाद की संज्ञा दे रहे हैं.