Rajasthan Cabinet Expansion : सुरेंद्रपाल सिंह TT को मंत्री बनाने पर गहलोत बोले- BJP का अहंकारी कदम, कार्रवाई करे चुनाव आयोग
Rajasthan Cabinet Expansion : राजस्थान के मंत्रिमंडल में सुरेंद्रपाल सिंह टीटी को जगह मिलने पर पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने बीजेपी सरकार पर जमकर हमला बोला है.
Rajasthan Cabinet Expansion, Surendra pal singh TT : राजस्थान में सीएम भजनलाल (CM Bhajanlal) मंत्रिमंडल का विस्तार हो गया है. राज्यपाल कलराज मिश्र ने शनिवार (30 दिसंबर 2023) को राजभवन में 22 मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई. इसमें 12 कैबिनेट, 5 राज्य मंत्री और 5 राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) को शपथ दिलाई गई. लेकिन मंत्रिमंडल के गठन में सुरेंद्रपाल सिंह टीटी (Surendrapal Singh TT) के शामिल होने पर राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बीजेपी सरकार पर जमकर निशाना साधा है. बता दें, कि सुरेंद्रपाल सिंह टीटी श्रीकरणपुर विधानसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी हैं. श्रीगंगानगर जिले की श्रीकरणपुर विधानसभा सीट पर 5 जनवरी को मतदान होना है. लेकिन बीजेपी ने उन्हें मतदान से पहले ही मंत्री पद की शपथ दिला दी.
आचार संहिता का स्पष्ट उल्लंघन- अशोक गहलोत
अशोक गहलोत ने बीजेपी सरकार की अलोचना करते हुए सोशल मीडिया प्लेपफॉर्म एक्स (X) पर प्रतिक्रिया देते हुए लिखा "श्रीकरणपुर में 5 जनवरी को होने वाले मतदान की आचार संहिता के प्रभावी होने के बदा भी वहां से BJP प्रत्याशी को मंत्री बनाना आचार संहिता का स्पष्ट उल्लंघन और वहां के मतदाताओं को प्रभावित करने का प्रयास है. चुनाव आयोग को इस पर संज्ञान लेकर अविलंब कार्रवाई करनी चाहिए." उन्होंने आगे लिखा "इस तरह के असंवैधानिक कदम उठाना लोकतंत्र में दुर्भाग्यपूर्ण है. यह भाजपा आलाकमान के अहंकार को दर्शाता है."
अशोक गहलोत की इस टिप्पणी के बाद राजस्थान की सियासत गर्मा गई है. वहीं, कांग्रेस के कई नेता भी बीजेपी के इस कदम को गलत बता रहे हैं. उनका कहना है, कि चुनाव से पहले ही BJP प्रत्याशी को मंत्री बनाना संविधान के खिलाफ है. चुनाव आयोग को इस पर संज्ञान लेना चाहिए.
राम मंदिर के मुद्दे पर भी गहलोत ने जताया था ऐतराज
बता दें, कि राम मंदिर के मुद्दे पर भी अशोक गहलोत ने बीजेपी सरकार को घेरा था. उन्होंने कहा था कि देश में बहुत खतरनाक खेल चल रहा है. उन्होंने कहा था कि राम मंदिर का मुद्दा बीजेपी के लिए चुनाव जीतने का जुमला हो चला है, हम सब राम के भक्त हैं, हिंदुस्तान में सभी राम के भक्त हैं लेकिन इन्होंने राम के नाम पर राजनीति से जोड़ दिया. चुनाव में जनता से वोट लेने के लिए उसमें एक कामयाब भी हो रहे हैं, जनता भी देख रही है कि यह भगवान राम का नाम ले रहे हैं, राष्ट्रवाद की बात कर रहे हैं. सनातन धर्म की बात कर रहे हैं, लेकिन यह सबके लिए लागू होती है. बीजेपी अपनी राजनीति चमका रही है.