Jaipur: राजस्थान के 33 में से 23 जिलों की कमान युवा आईएएस (IAS) अफसरों के पास आ गई है. पिछले सप्ताह 23 जिलों में बदले गए कलेक्टरों से प्रदेश की फील्ड पोस्टिंग की तस्वीर बदल गई है. अचानक जिलों में युवा आईएएस अफसरों का फिर से दबदबा बढ़ गया है.


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लंबे समय के बाद राज्य के 33 में से 23 जिलों में सरकार की ओर से युवा आईएएस अफसरों को कलेक्टर बनाया गया है जबकि महज 10 जिलों में ही प्रमोटी आईएएस को कमान दी गई है. तबादला सूची में हुई अदला-बदली में महिला अफसरों की जिलों में भी भागीदारी बढ़ गई है.


राज्य की अशोक गहलोत सरकार ने फिर एक बार युवा आईएएस अधिकारियों पर भरोसा जताते हुए 23 जिलों में डायरेक्ट आईएएस अफसरों की कलेक्टर के पद पर जिलों में तैनाती की है. आईएएस तबादला सूची में 31 से 40 उम्र के ऊर्जावान कलेक्टर अपनी पूरी ऊर्जा के साथ जिले के विकास के लिए कार्य करेंगे और जिलों की तस्वीर बदलने में कारगर कदम उठाएंगे.


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जिला कलेक्टर को राज्य सरकार की आंख और कान कहा जाता है और यहीं जिला कलेक्टर सरकार की योजनाओं को अंतिम छोर तक पहुंचाने का काम करते हैं. साथ में पीड़ितों को न्याय भी देते हैं. इतना ही नहीं युवा आईएएस अधिकारी नए नवाचारों से अपने जिले की अलग से पहचान भी बना पाते हैं.


इन 23 जिलों में डायरेक्ट सेवा वाले आईएएस वाले कलेक्टर
राजन विशाल- जयपुर, भगवती प्रसाद कलाल- बीकानेर, रुक्मणि रियार-श्रीगंगानगर,
सिद्धार्थ सिहाग-चूरू, हिमांशु गुप्ता-जोधपुर, नमित मेहता-पाली,अविचल चतुर्वेदी-सीकर, नथमल डिडेल- हनुमानगढ़, आलोक रंजन- भरतपुर,
अरविंद पोसवाल- चित्तौड़गढ़, अंशदीप-अजमेर नम्रता वैष्णव- जालौर, चिन्मयी गोपाल-टोंक शुभम चौधरी-डूंगरपुर, भारती दीक्षित-झालावाड़
सुरेश ओला-सवाई माधोपुर,
कमल उर जमान चौधरी- दौसा,
डॉ.भंवरलाल-सिरोही, आशीष मोदी- भीलवाड़ा, पीयूष समरिया- नागौर,
अंकित कुमार सिंह- बांसवाड़ा, लोकबंधु-बाड़मेर, नीलाभ सक्सेना- राजसमंद


सबसे ज्यादा जिलों का अनुभव वाले अफसर
जयपुर के राजन विशाल और जोधपुर के हिमांशु गुप्ता को चौथे जिले की जिम्मेदारी दी गई है वही अजमेर के अंशदीप और चुरू के सिद्धार्थ सिहाग दो ऐसे कलेक्टर हैं। जिन्हें तीसरी बार कलक्ट्री करने का मौका दिया गया है


15 जिलों में पहली बार कलेक्ट्री संभालने का मौका, महिलाओं की बढ़ी भागीदारी
33 में से 15 जिलों में पहली बार वालों को जिले की कमान दी गई है. इसमें से 6 प्रमोटी और 9 युवा आईएएस है. तबादला सूची में हुई अगला-बदली में महिला अफसरों की भी जिलों में भागीदारी बढ़ी है. जैसलमेर में डॉ. प्रतिभा सिंह, बूंदी में रेनू जयपाल, श्रीगंगानगर में रुक्मणि रियार, टोंक में चिन्मयी गोपाल, डूंगरपुर में शुभम चौधरी, झालावाड़ में भारती दीक्षित और जालौर में नम्रता वैष्णव ने कमान संभाल रखी है.


10 जिलों में प्रमोटी आईएएस कलेक्टर
नन्नू मल पहाड़िया- अलवर, डॉ प्रतिभा सिंह- जैसलमेर, राकेश जायसवाल- धौलपुर ,
रेनू जयपाल- बूंदी, लक्ष्मण कुड़ी- झुंझुनू
राजेंद्र सिंह शेखावत- करौली,
प्रकाश चंद शर्मा- प्रतापगढ़ ,
तारा चंद मीणा-उदयपुर ,
हरिमोहन मीणा-कोटा, नरेंद्र गुप्ता-बारां


31 से 40 उम्र तक के आईएस का 23 जिलों में दबदबा
राजस्थान के 33 जिलों में सबसे कम 31 साल के हनुमानगढ़ जिला कलेक्टर नथमल डिडेल है. वहीं जयपुर जिला कलेक्टर राजन विशाल की उम्र 40 साल है. इतना ही नहीं सबसे ज्यादा 2014 बैच के आईएएस अधिकारियों ने 9 जिलों में अपने कमान संभाल रखी है.


वहीं 2013 और 2014 बैच के 5-5 युवा आईएएस अधिकारी जिलों में तैनात हैं. 2008 बैच के जयपुर जिला कलेक्टर राजन विशाल है तो 2015 बैच के दो आईएएस बाड़मेर और राजसमंद जिले में जिला कलेक्टर लगे हुए है. 2010 और 2011 बैच के आईएएस अधिकारियों को जिलों से हटाकर अब नॉन फील्ड कर दिया है. सिर्फ बीकानेर जिले में भगवती प्रसाद कलाल 2011 बैच के अकेले IAS अधिकारी कलेक्टर लगे हुए हैं.


भाजपा की वसुंधरा राजे सरकार ने पहली बार 2016 में प्रमोटी आईएएस अफसरों को आधे से ज्यादा जिलों में कलेक्टर बनाया था. उसके बाद से यह सिलसिला चलते रहा. 14 से 15 जिलों में प्रमोटी आईएएस कलेक्टर बनते रहे, लेकिन अब इनकी संख्या घटकर 10 तक सिमट गई है. जबकि युवा आईएएस अफसरों की संख्या बढ़कर 23 जिलों तक पहुंच गई है.