NEET: कोरोना के बाद हर एक राज्य अपना मेडिकल सिस्टम मजबूत बनाने में जुटा हुआ है. ऐसे में राजस्थान समेत महाराष्ट्र की सरकारें इस ओर विशेष काम कर रही हैं, आपको बता दें कि महाराष्ट्र सरकार ने 9 जिलों में मेडिकल कॉलेजों की स्थापना को मंजूरी दी है. इसमें 4366 करोड़ रुपये का खर्च आएगा.


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ये खबर मेडिकल एजुकेशन जुड़े लाखों छात्रों का राहत देने वाली है, जानकारों की मानें तो वर्तमान में राज्य के 36 जिलों में से 23 जिलों में पहले से ही मेडिकल कॉलेज हैं. अब भंदारा, बुलढाना, वाशिम, वर्धा, अमरावती, जालना, गढ़चिरौली, ठाणे और पालघर जिलों में मेडिकल कॉलेज बनने से इनकी संख्या राज्य में बढ़कर 32 हो जाएगी. इन 9 मेडिकल कॉलेजों के बनने से राज्य में एमबीबीएस की 900 सीटें बढ़ेंगी.


डॉक्टर्स की कमी को दूर करना है लक्ष्य


महाराष्ट्र सरकार इस बड़ी पहल से अपने राज्य में डॉक्टर्स की कमी को दूर करने पर जोर दे रही है,साथ ही राज्य में एक मजबूत मेडिकल सिस्टम विकसित हो जिससे लोगों को बेहतर इलाज मिल सके.राज्य सरकार ने उपरोक्त जिलों में कॉलेजों की स्थापना को लेकर गवर्नमेंट रिजोल्यूशन  जारी कर दिया है. 


 नए कॉलेजों के आस्तित्व में आने के साथ मेडिकल एजुकेशन में 900 सीटें बढ़ जाएंगी जिससे स्किल्ड डॉक्टरों को तैयार करने में मदद मिलेगी. इन कॉलेजों की स्थापना का उद्देश्य राज्य में डॉक्टरों की कमी को दूर करना और स्वास्थ्य सेवाओं तक समय पर पहुंच सुनिश्चित करना है.


आपको बता दें कि राज्य के चिकित्सा शिक्षा मंत्री गिरीश महाजन ने भी सोशल मीडिया पर इस विषय पर एक बयान जारी किए हैं.इन कॉलेजों और अस्पतालों को चलाने के लिए राज्य सरकार ने प्रत्येक मेडिकल कॉलेज में 448 पदों के सृजन को भी मंजूरी दी है. सभी 9 कॉलेजों में 4032 पद सृजित होंगे.


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