राज्यपाल मिश्र बोले- पूर्वांचल ज्ञान और विद्या का गढ़, आधुनिक भारत के निर्माण में यहां की अहम भूमिका
Governer Kalraj Mishra : राज्यपाल मिश्र रविवार को नई दिल्ली में ’माटी’ न्यास द्वारा आयोजित ’पूर्वांचल महोत्सव’ को सम्बोधित करते हुए कहा कि पूर्वांचल आरम्भ से ही ज्ञान और विद्या से जुड़ी परम्पराओं का गढ़ रहा है और आधुनिक भारत के निर्माण में इस क्षेत्र ने महती भूमिका निभाई है.
Governer Kalraj Mishra : राज्यपाल कलराज मिश्र ने कहा कि लोक संस्कृति, बोलियों, परंपराओं और खान-पान की भिन्नता से विविधता में एकता की हमारी संस्कृति जीवंत होती है. उन्होंने कहा कि लोक संस्कृति से जुड़कर ही हम हमारे जीवन से जुड़ी उत्सवधर्मिता को संजोकर रख सकते हैं. राज्यपाल मिश्र रविवार को नई दिल्ली में ’माटी’ न्यास द्वारा आयोजित ’पूर्वांचल महोत्सव’ को सम्बोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सांस्कृतिक दृष्टि से भारत का अनुपम राज्य है. विशेषकर पूर्वांचल का जो हिस्सा है, वह अपने आप में ऐतिहासिक और सांस्कृतिक दृष्टि से अनूठा है. उन्होंने कहा कि पूर्वांचल आरम्भ से ही ज्ञान और विद्या से जुड़ी परम्पराओं का गढ़ रहा है और आधुनिक भारत के निर्माण में इस क्षेत्र ने महती भूमिका निभाई है. उन्होंने कहा कि हमारे देश की वास्तविक संस्कृति कहीं दिखाई देती है तो वह इस तरह के उत्सवों में ही दिखाई देती है. उन्होंने पूर्वांचल की कवि-कवियित्रियों के बहुभाषी कविता संग्रह और स्वतंत्रता सेनानियों पर प्रकाशित ’माटी के महायोद्धा’ पुस्तक के लिए भी शुभकामनाएं दी.
राज्यपाल मिश्र ने इस अवसर पर भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी डॉ. अरुणवीर सिंह, बिग्रेडियर संजय कुमार मिश्रा, राष्ट्रीय खिलाड़ी और कामनवेल्थ सवर्ण पदक विजेता पूर्णिमा पांडेय, इंटेल इण्डिया की कंट्री हैड श्रीमती निवृति राय, फिल्म और टीवी एक्टर विनीत सिंह, एनआरई प्रेजिडेंट बहरीन प्राइड शकील सबरहदी को विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य के लिए माटी सम्मान प्रदान किए. ’माटी’ न्यास के अध्यक्ष राम बहादुर राय ने कहा कि माटी ने एक चमत्कार है, जिस प्रकार से पूर्वांचल के लोगों को जोड़ने और अपने बल पर पूर्वांचल की कला, संस्कृति को बढ़ावा देने के साथ विकास के कामों में सक्रिय है, वह चमत्कार ही है.
कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि बस्ती से लोकसभा सांसद हरीश द्विवेदी और G20 शेरपा अमिताभ कांत ने दीप प्रज्वलित करके किया. हरीश द्विवेदी ने माटी की प्रशंसा करते हुए कहा कि पूर्वांचल की कलाओं, संस्कृति, खान-पान और रहन-सहन आदि को बचाए रखने के लिए ऐसे आयोजनों का होना आवश्यक है. G20 शेरपा अमिताभ कांत ने बताया कि जी-20 के कार्यक्रमों में पूर्वांचल की कला व संस्कृतिक कार्यक्रमों के विशेष रूप से जगह दी जाएगी. इस तरह देश की महान संस्कृति दुनिया से रूबरू होगी.
इस कार्यक्रम में जहां मशहूर बॉलीवुड गायिका कविता सेठ ने अपनी आवाज से लोगों को झूमने पर मजबूर कर दिया वहीं आजमगढ़ से आए हुए लोक नृत्य ग्रुप ने सबको अपने बचपन की याद दिला दी. लोगों ने पूर्वांचली खान-पान के साथ साथ प्रदर्शनी में निजामबाद की पॉटरी, मुबारकपुर व वाराणसी की साड़ियाँ-सूट, पेंटिंग्स, गंगा से निकलने वाले कचरे से बनने वाले खूबसूरत चीजों का खूब लुत्फ लिया. कार्यक्रम में बच्चो के लिए जादू के खेल, प्रदर्शनी और चित्र प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. जिसमें बच्चों के आत्मविश्वास को बढ़ाने के लिए रखने के लिए उन्हें प्रथम, द्वितीय, तथा तृतीय आने पर सांसद संजय सिंह के हाथों पुरस्कृत किया गया. संयोजक आसिफ़ आज़मी और सह-संयोजक प्रखर मालवीय कान्हा के साथ साथ सभी माटी सदस्यों ने आने वाले सभी लोगों का धन्यवाद ज्ञापन करते हुए अगले साल पुनः मिलने का वादा किया.