Rajasthan By election 2024: राजस्थान में सात सीटों पर उपचुनाव के बीच कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने प्रदेश की भाजपा सरकार पर हमला बोला है.


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दौसा से डॉ. किरोड़ीलाल मीणा के भाई जगमोहन के चुनाव लड़ने पर डोटासरा ने कहा कि किरोड़ीलाल मीणा की भवानी अब जाग गई है. अब मुख्यमंत्री की कुर्सी पर खतरा टला नहीं है. बल्कि और प्रबल हो गया है. सरकार ने दस महीने में कुछ नहीं किया, अब उपचुनाव में जनता आईना दिखाएगी.



राजस्थान में उप चुनाव के लिए शुक्रवार को नामांकन का आखिरी दिन था. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने दौसा नामांकन रैली में रवाना होने से पहले मीडिया से बातचीत में कैबिनेट मंत्री पद से इस्तीफा दे चुके डॉ. किरोड़ीलाल मीना को लेकर कहा कि उनकी भवानी अब जाग गई है. वह भवानी इसलिए रूठी हुई थी कि उनके भाई को टिकट मिले. अब मुख्यमंत्री की कुर्सी का खतरा ज्यादा प्रबल होता जा रहा है. वह इससे मिटेगा नहीं.



गोविंद सिंह डोटासरा ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा,'' इनकी आपसी समझौतावादी प्रवृत्ति प्रदेश के लोगों के हित में नहीं है. यह समझौते करके अपने निजी स्वार्थ साधने का काम कर रहे हैं. उपचुनाव में वोट देने जा रही जनता उनकी रणनीति को भली-भांति जानती है.''



राज्य सरकार को लेकर डोटासरा ने कहा, ''राजस्थान की जनता ने 10 महीने पहले जिस आशा और उम्मीद से सरकार बनाई थी. उसमें से एक भी काम पूरा नहीं हुआ है. महंगाई, बेरोजगारी, कानून व्यवस्था की बात हो या बिजली-पानी और टूटी सड़क का मुद्दा. सरकार इन पर ध्यान नहीं देकर जुमलेबाजी कर रही है. सरकार का दस महीने का समय सिर्फ आपसी कलह में ही बीता है. अब लोग इस सरकार को हटा तो नहीं सकते, क्योंकि पांच साल के लिए सरकार बनी है, लेकिन सात सीटों पर उपचुनाव में जनता सरकार को सबक जरूर सिखाएगी.''



राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल के बयानों को लेकर डोटासरा ने कहा कि वे अपनी पार्टी के नेता हैं. वे क्या बोलते हैं. इस पर टिप्पणी करना उचित नहीं है. लोकसभा चुनाव में गठबंधन था. आज भी कोई गठबंधन होता है तो उस पर आलाकमान फैसला लेता है. पार्टी ने उपचुनाव में गठबंधन नहीं किया तो हम सात जगह चुनाव लड़ रहे हैं. 



कांग्रेस वर्किंग कमेटी के सदस्य रहे और पूर्व सांसद रघुवीर मीणा की नाराजगी को लेकर डोटासरा ने कहा कि रघुवीर मीणा बहुत वरिष्ठ नेता हैं. वे नाराजगी जता सकते हैं. उनका अधिकार है. वो बहुत सीनियर लीडर हैं. हमने उनसे बात कर ली है. अब कोई दिक्कत नहीं है. बता दें कि रघुवीर मीणा सलूंबर सीट से दावेदारी कर रहे थे. टिकट कटने के बाद उन्होंने नाराजगी जताई थी.