Illegal Mining in Jaipur : राजस्थान में अवैध खनन माफियाओं की खैर नहीं है. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने अवैध खनन और बजरी खनन रोकने के लिए सख्ती करने के निर्देश दिए हैं.  इसी कड़ी में खान विभाग की ओर से अवैध खनन और परिवहन के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है लेकिन राजधानी जयपुर के नजदीक तूंगा के ग्राम पृथ्वीपुरा में खनन कंपनियां हावी हो रही हैं.


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यहां स्थानीय ग्रामीणों के विरोध के बावजूद चारागाह भूमि पर अवैध रूप से अतिक्रमण किया जा रहा है. दरअसल यहां पहाड़ी क्षेत्र में एक खान संचालित की जा रही है. खान से निकलने वाले पत्थर के परिवहन के लिए ट्रकों का संचालन चारागाह भूमि से किया जा रहा है.


इसे लेकर खान संचालक ने चारागाह भूमि में गिट्टी और बजरी डालकर सड़क बनाने का प्रयास भी किया था. स्थानीय ग्रामीणों द्वारा चारागाह भूमि में किए जा रहे अवैध खनन और परिवहन को लेकर विरोध किया जा रहा है. स्टोन क्रेशर प्लांट प्रोविंस इन्फ्राटेक और सुगन कंस्ट्रक्शन द्वारा यहां अवैध गतिविधियां की जा रही थी.


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इसके बाद ग्रामीणों ने न्यायालय में भी याचिका लगाई थी. अब न्यायालय ने चारागाह भूमि से वाहनों के अवैध निकलने पर रोक लगा दी है. प्रार्थी सुखलाल महावर व अन्य की याचिका पर कोर्ट ने आदेश दिया है कि चारागाह भूमि से वाहनों का अवैध परिवहन रोका जाए. 42 हैक्टेयर से अधिक भूमि पर खननकर्ताओं को रोकने के आदेश दिए हैं.


कोर्ट ने चारागाह भूमि का केवल पशु चराने में उपभोग करने की अनुमति दी है. ग्राम न्यायालय बस्सी के न्यायाधिकारी आशीष जयपाल ने तहसीलदार को चारागाह भूमि पर तार फेंसिंग कराने के भी आदेश दिए हैं.