Jaipur: जल जीवन मिशन की धीमी रफ्तार के बाद जलदाय विभाग अब त्रैमासिक रोडमैप तैयार कर लक्ष्यों का प्राप्त करने की कोशिश करेगा. राज्य में इस साल हर घर नल योजना में 32 लाख 64 हजार पेयजल कनेक्शन उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखा गया है, जिसमें चार चरणों में जलदाय विभाग पूरा करने का प्रयास करेगा.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

पीएचईडी एसीएस डॉ. सुबोध अग्रवाल ने बताया कि जल जीवन मिशन को गति देने के लिए अब रोडमेप के आधार पर क्रियान्वित किए जाएंगे. उन्होंने कहा कि आगामी वर्ष 2023-24 तक सभी एक करोड़ 5 लाख ग्रामीण परिवारों को हर घर नल योजना के दायरें में लाया जाएगा. वर्ष 2022-23 के रोडमैप के अनुसार पहले त्रैमास में 4 लाख 55 हजार, दूसरे त्रैमास में 7 लाख 97 हजार, तीसरे त्रैमास में 9 लाख 79 हजार और अंतिम त्रैमास में 10 लाख 33 हजार ग्रामीण परिवारों को हर घर नल योजना के दायरे में लाने का रोडमेप तैयार किया गया है. इस तरह से वित्तीय वर्ष के अंत तक 32 लाख 64 हजार ग्रामीण परिवारों को हर घर नल योजना में पेयजल कनेक्शन उपलब्ध कराया जा सकेगा.


चौथे त्रैमास में सबसे ज्यादा ब्लॉक कवर होंगे
डॉ. अग्रवाल ने बताया कि इस वित्तीय वर्ष में हर घर नल योजना में 70 ब्लॉक कवर करने का कार्यक्रम है, जिसमें तीसरे त्रैमास में 15 और चौथे त्रैमास में 55 ब्लॉक कवर किए जाएंगे. उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन को समय पर पूरा करना बड़ी चुनौती है पर योजनावद्ध प्रयासों से इसके कार्यों में तेजी लाई जाने के निर्देश दिए गए हैं. एसीएस डॉ. अग्रवाल ने बताया कि जल जीवन मिशन के तहत हर घर नल योजना में कौषल विकास पर भी जोर दिया गया है और इसके लिए मेशन, प्लंबर, इलेक्ट्रिशियन और फिटर्स आदि का प्रशिक्षण का भी प्रावधान किया गया है ताकि स्थानीय स्तर पर आवश्यक सेवाएं प्रशिक्षित युवाओं से उपलब्ध हो सके.


पब्लिक ग्रीवेंस रिड्रेसल सिस्टम विकसित होंगे
इसके साथ ही पब्लिक ग्रीवेंस रिड्रेसल सिस्टम भी विकसित किया जा सकेगा ताकि जन अभाव अभियोग की मॉनिटरिंग, निराकरण हो सके. गौरतलब है कि पिछले दिनों राज्य जल एवं स्वच्छता मिशन की एक्जीक्यूटिव कमेटी की बैठक में कार्यक्रम के क्रियान्वयन में तेजी लाने, अधिकारियों को नियमित रुप से फील्ड में जाने, पानी की एक एक बूंद को बचाने और अवेयरनेस अभियान चलाने को भी कहा गया है. उन्होंने कहा कि यह सीधे ग्रामीणों से जुड़ा देश और प्रदेश का महत्वाकांक्षी कार्यक्रम है. इस वित्तीय वर्ष में 15 हजार गांवों में 32 लाख 64 हजार परिवारों को हर घर नल योजना के दायरे में लाने का कार्यक्रम बनाया गया है.


यह भी पढ़ें- कुएं ने उगले 2 मासूमों समेत 3 विवाहिताओं के शव, फफक-फफक कर रो पड़े देखने वाले


यह भी पढ़ें- राजस्थान के मनरेगा में 100 दिन के रोजगार पर संकट, हड़ताल पर हैं संविदाकर्मी