Jaipur: भाजपा सांसद दीया कुमारी ने कहा कि उज़्बेकिस्तान के समरकंद शहर की वेधशाला में लगे शिलालेख से गलत तथ्य जल्द हटाए जाएंगे. इन गलत त्थ्यों के कारण न केवल जयपुरवासी, राजस्थानी, बल्कि पीएमओ से लेकर विदेश और सांस्कृतिक मंत्रालय तक आहत है.


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प्रदेश भाजपा मुख्यालय में पत्रकारों से बातचीत में दीया कुमारी ने कहा कि उन्होंने इस सिलसिले में विदेश मंत्री को पत्र लिखकर तुरंत कार्रवाई का आग्रह किया है कि केंद्र सरकार उज़्बेकिस्तान सरकार से बात कर वहां लगे विवादित शिलालेख को बदलवाए. उन्होंने कहा कि शिला लेख में लिखे तथ्य गलत और बेहद दुखद है. महाराजा सवाई जयसिंह ने जयपुर और राजस्थान के लिए बहुत कुछ किया है और खगोल शास्त्र में उनकी देन को भुलाया नहीं जा सकता, लेकिन जिस प्रकार के गलत तथ्य शिलालेख में लगाए गए उसकी जानकारी हमें भी पहले नहीं थी. अब केंद्र सरकार से आग्रह किया है और उन्होंने आश्वस्त किया है कि उज़्बेकिस्तान सरकार से बात कर शिलालेख से गलत तथ्य हटाए जाएंगे.


गौरतलब है कि समरकंद की वेधशाला में लगे शिलालेख में जयपुर के पूर्व महाराजा और देश में तीन वेधशालाएं बनाने वाले सवाई जयसिंह को मुगलों का नौकर बताया गया है. तेलंगाना के मुख्यमंत्री की बेटी और पूर्व सांसद ने हाल ही में केंद्रीय विदेश मंत्री को पत्र लिखकर कहा है कि ये भारत का अपमान है. उन्होंने मांग कि थी कि उज्बेकिस्तान के सामने विदेश मंत्रालय ये मुद्दा उठाए और संशोधन की मांग करे. वहीं राजस्थान से जुड़े लोगों और इतिहासकारों ने भी विरोध जताते हुए कहा है कि उज़्बेकिस्तान भारत में मुगल शासन का गलत इतिहास बता रहा है. अब जयपुर राजपरिवार ने भी केंद्र सरकार से इस मामले में जल्द कार्रवाई करने का आग्रह किया है.


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