Agneepath scheme : अग्निपथ योजना को लेकर पुरे देश में विरोद प्रर्दशन चल रहा है. कई लोगों के मन से इस योजना को लेकर कई सवाल भी है. इन्ही सवालों का जवाब भारतीय सेना ने दिया है. 


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अग्निपथ योजना को लेकर पुरे देश में विरोद प्रर्दशन चल रहा है. कई लोगों के मन से इस योजना को लेकर कई सवाल भी है. इन्ही सवालों का जवाब भारतीय सेना ने दिया है. 


1. अग्निपथ योजना क्या है? 


भारतीय सशस्त्र बलों में अग्निपथ योजना एक ऐसी योजना है, जिसमें चयनित उम्मीदवारों को चार साल की अवधि के लिए अग्निवीर के रूप में नामांकित किया जाएगा. चार साल आर्मी के साथ काम करने के बाद वे समाज के बीच वापिस जाएंगे.  और अपनी पसंद की नौकरी कर सकते है. 4 साल का समय पूरा होने के बाद इन्हें नियमित नौकरी का भी मौका मिलेगा. जिसका आवेदन करने पर 25 प्रतिशत अग्निवीर सशस्त्र बलों में नियमित संवर्ग में शामिल किए जाएंगे


2. अग्निपथ योजना के क्या फायदे हैं?


इस प्रस्ताव में युवाओं को छोटी अवधि के लिए सेना में सेवा करने का अवसर प्रदान करने की परिकल्पना की गई है. इससे युवा तकनीकी रूप से कुशल और युद्ध लड़ने के लिए तैयार होंगे. इसके साथ ही सशस्त्र बलों में युवा शक्ति और अनुभव के बीच एक बेहतर तालमेल भी बनेगा.


3. योजना के व्यापक उद्देश्य क्या हैं?


ऐसे युवाओं को मौका देना जो कुछ सालों के लिए राष्ट्र सेवा का काम करने के बाद दूसरी नौकरी में जाना चाहते है. 
युवाओं में सशस्त्र बलों के जोश, साहस, सौहार्द, प्रतिबद्धता और समूह की भावना को बढ़ाना
युवाओं को अनुशासन, जोश, प्रेरणा और कार्य-कुशलता जैसी योग्यताओं और गुणों से भरना. ताकि देश के लिए वो मजबूत शक्ति बन सके.
युवाओं में आर्मी की छवि को मजबूत करना ताकि युवाओं में जोखिम लेने की क्षमता भी विकसित हो सके. 
देश के तकनीकी संस्थानों का लाभ उठाते हुए उन्नत तकनीकी से लैस, उभरती हुई आधुनिक तकनीकों का प्रभावी ढंग से उपयोग करने के लिए समाज के युवाओं का आकर्षित करना.


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4. इस योजना से क्या लाभ हासिल होंगे


यह योजना सशस्त्र बलों, राष्ट्र, व्यक्ति विशेष और व्यापक पैमाने पर समाज के लिए बेहद उपयोगी साबित होगी.


• नागरिक समाज में सैन्य मूल्यों के साथ सशक्त, अनुशासित और कुशल युवाओं के माध्यम से राष्ट्र निर्माण.
• बदलती परिस्थितियों के अनुरूप ऊर्जावान, स्वस्थ, विविधतापूर्ण, अधिक प्रशिक्षित और सशक्त युवाओं के साथ परिवर्तनकारी विकास के जरिए युद्ध की बेहतर तैयारी.
• युवा और अनुभव के अधिकतम संतुलन.
• तकनीकी संस्थानों से युवाओं को सेना में शामिल करके स्किल्ड इंडिया बनाने का प्रयास.
• कार्यकाल के दौरान सैन्य प्रशिक्षण, टीम निर्माण, मूल्यों और सौहार्द के माध्यम से आत्मविश्वास से लबरेज और बेहतर नागरिक बनाना.
• सभी क्षेत्रों की महिलाओं सहित युवाओं को समान अवसर के साथ विविधता में एकता पर आधारित राष्ट्रीय एकता.
• एक अग्निवीर का व्यक्तित्व- परिचय इतना अनूठा होगा कि वो भीड़ में भी अलग खड़ा दिखाई देगा.
• सैन्य अनुशासन, प्रेरणा, कौशल और शारीरिक फिटनेस को आत्मसात करना.
• एक सख्त और पारदर्शी चयन प्रक्रिया के जरिए सर्वश्रेष्ठ प्रतिभा का चयन.


5. इस योजना का सशस्त्र बलों की मौजूदा तैयारियों पर क्या प्रभाव पड़ेगा?


एक युवा छवि, जो कि कम घबराहट के साथ लड़ाई के मैदान में उतरने की दृष्टि से अधिक योग्य होता है, संसाधनों और प्रशिक्षण से लैस होने की वजह से ये उम्मीद की जाती है कि इनकी जोखिम लेने की क्षमता अधिक होगी. सशस्त्र बल ये सुनिश्चित करेंगे कि इस योजना के तहत शामिल किए गए युवाओं के पास वही कौशल हो, जो कि संचालनात्मक चुनौतियों से निपटने के लिए जरूरी है. चूंकि सशस्त्र बलों में प्रशिक्षण संबंधी मानक स्पष्ट रूप से परिभाषित होते हैं और उच्चतम अधिकारियों से इसकी निगरानी की जाती है, यह सुनिश्चित किया जाएगा कि अग्निवीर उच्चतम पेशेवर मानकों पर खरे उतरें.


6. इस योजना में सशस्त्र बलों की कम आयु वाली छवि की परिकल्पना की गई है. क्या इस योजना के तहत नामांकन के लिए आयु संबंधी पात्रता के मानदंड पहले से चली आ रही परिपाटी की तुलना में अलग हैं?


साढ़े 17 साल से लेकर 21 साल की आयु के बीच अन्य शैक्षिक, शारीरिक और चिकित्सा संबंधी मानदंडों को पूरा करने वाले उम्मीदवारों को बड़े पैमाने पर अग्निवीर के रूप में नामांकित किया जाएगा. इस योजना का उद्देश्य भविष्य में कुछ तकनीकी पेशों के लिए आवश्यक कौशल के साथ आईटीआई/डिप्लोमा धारक योग्य उम्मीदवारों को नामांकित करके ‘स्किल इंडिया’ की पहल को बढ़ावा देना है.


7. क्या अग्निवीर स्थायी नौकरी का विकल्प चुन सकते हैं?


सशस्त्र बलों की घोषित संगठनात्मक जरूरतों और नीतियों के अनुरूप 4 साल की अवधि पूरी करने के बाद, सभी अग्निवीरों को स्थायी संवर्ग में नामांकन के लिए आवेदन करने का अवसर प्रदान किया जाएगा. जिसके बाद पारदर्शी और सख्त स्क्रीनिंग प्रणाली से योग्यता और प्रदर्शन के आधार पर 25 प्रतिशत अग्निवीरों को स्थाई नौकरी के लिए चुना जाएगा. 


8. अग्निपथ योजना के अन्य फायदे


उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए छूट/प्रोत्साहन 
सेवा से मुक्त होने पर वित्तीय पैकेज 
प्रदान की गई सेवा के प्रकार और अवधि के लिए शिक्षा योग्यता में क्रेडिट 
स्थायी संवर्ग में भर्ती में प्राथमिकता 
सेवा से मुक्त होने पर नौकरी संबंधी कुछ आश्वासन. अग्निपथ योजना का उद्देश्य विकसित देशों में अपनाए गए मॉडल और वहां प्रदान किए जाने वाले प्रोत्साहनों का पालन करना है.


9. क्या रेजिमेंट प्रणाली में कोई बदलाव होगा.


आर्मी का कहना है कि हम रेजिमेंटल प्रणाली को बनाए रखेंगे, क्योंकि इस योजना में सर्वश्रेष्ठ अग्निवीरों का चयन करने की परिकल्पना की गई है और केवल अपनी योग्यता साबित करने वाले कर्मियों द्वारा ही यूनिट की एकजुटता सुनिश्चित की जाएगी. इसके अलावा, इन पहलुओं पर ध्यान केन्द्रित किया जाएगा और इन पर अग्निवीर के यूनिट में पहुंचने के बाद दिए जाने वाले प्रशिक्षण के माध्यम से जोर दिया जाएगा.


10. कम समय की ट्रेनिंग क्या संचालनात्मक चुनौतियों का सामना करने के लिए पर्याप्त होगी?


आज के युवा बेहतर भोजन खाते हैं, तेज और लंबे समय तक दौड़ते हैं, तकनीक के प्रति अधिक दक्ष हैं और परिस्थिति के अनुरूप अधिक आसानी से ढलने में माहिर हैं. हमारा उद्देश्य एक प्रभावी प्रशिक्षण कार्यक्रम सुनिश्चित करने के लिए सिमुलेटर जैसी तकनीक का उपयोग करते हुए हमारे प्रशिक्षण के प्रारूप में वर्तमान पीढ़ी की प्रतिभा का दोहन करना है. चूंकि युवाओं की बुनियादी योग्यता और उनके गुणों में पिछले कुछ वर्षों में सुधार हुआ है, यह हमें शारीरिक एवं तकनीकी प्रशिक्षण दोनों के लिए अधिक समय उपलब्ध होने के साथ प्रशिक्षण के प्रारूप को पुनर्गठित करने का मौका देता है. यह हमें अपने वर्तमान प्रशिक्षण के प्रारूप की समीक्षा करने का भी अवसर देता है, ताकि उन्हें सामयिक, प्रौद्योगिकी आधारित और सशस्त्र बलों की जरूरतों के अनुरूप बनाया जा सके.


11. क्या अग्निपथ योजना को महिलाओं के लिए खोले जाने की संभावना है?


इस बात की परिकल्पना की गई है कि सशस्त्र बलों में शामिल करने के लिए अग्निवीर योजना के तहत भविष्य में महिलाओं की प्रगतिशील तरीके से भर्ती की जाएगी.


12. यह योजना पूरे देश से भर्ती कैसे सुनिश्चित करेगी?


इस योजना की शुरुआत के साथ सशस्त्र बलों में चयन के वर्तमान प्रारूप को नहीं बदला जा रहा है. बदलाव केवल सेवा के नियम और शर्तों में किया जा रहा है. जैसा कि आप सभी जानते हैं कि तीनों सेनाओं के देश भर में सुस्थापित चयन केन्द्र हैं. इन चयन केन्द्रों ने तीनों सेनाओं को देश के सबसे दूर-दराज के हिस्से से भी लोगों की भर्ती करने में समर्थ बनाया है. इन आर्मी भर्ती केंद्रों से भर्ती प्रक्रिया आगे भी उसी रूप में जारी रहेगी.


13. सशस्त्र बलों में अग्निवीर को दिया जाने वाला वित्तीय पैकेज क्या है?


समग्र वार्षिक पैकेज


▪प्रथम वर्ष का पैकेज लगभग 4.76 लाख रुपये
▪चौथे वर्ष में लगभग 6.92 लाख रुपये तक उन्नयन भत्ते
•जोखिम और कठिनाई, राशन, पोशाक, यात्रा भत्ते जैसा लागू हो


सेवानिधि


•मासिक वेतन का 30% व्यक्ति विशेष द्वारा अंशदान किया जाएगा
•सरकार द्वारा समान राशि का मिलान और अंशदान
•10.04 लाख रुपये के कोष के अलावा अर्जित ब्याज, जिसपर चार साल बाद आयकर से छूट


मृत्यु की स्थिति में मुआवजा


•48 लाख रुपये का गैर-अंशदायी जीवन बीमा कवर
•सेवा के दौरान मौत पर 44 लाख रुपये की अतिरिक्त अनुग्रह राशि
•’सेवानिधि’ घटक सहित चार वर्षों की अवधि तक में सेवा न किए गए काल के लिए भी वेतन


दिव्यांग होने की स्थिति में मुआवजा


चिकित्सा प्राधिकारियों द्वारा निर्धारित दिव्यांगता के प्रतिशत के आधार पर मुआवजा
•100%/75%/50% दिव्यांगता के लिए क्रमशः 44/25/15 लाख रुपये की एकमुश्त अनुग्रह राशि


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