Dudu, Jaipur: राजस्थान की गहलोत सरकार ने कोरोनाकाल में कोई व्यक्ति भूखा न सोए और गरीब आमजन को आसानी से खाना मिल सके, इसके लिए प्रदेश में नगरपालिका क्षेत्रो में इंदिरा रसोई की शुरुआत कर मुख्यमंत्री के सपने को राज्य सरकार साकार करने में लगी लेकिन दूरदराज क्षेत्रों की बात करें तो इंदिरा रसोई के हालात देखते ही बयां होते हैं. 


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दरअसल जयपुर जिले की जोबनेर नगरपालिका क्षेत्र में संचालित दो इंदिरा रसोई योजना की हकीकत जब सामने आई तब वंशावली सरंक्षण एवं संवर्धन संस्था के चैयरमेन राम सिंह राव निरीक्षण को पहुंचे तो हालात कुछ और ही बयां कर रहे थे. एक इंदिरा रसोई घर पर ताला लटका मिला और दूसरी पर खामियों का अंबार मिला, जिस पर राव संबंधित अधिकारियों पर नाराजगी जताई. 


जयपुर जिले के जोबनेर नगरपालिका में संचालित इंदिरा रसोई का वंशावली सरंक्षण एवं संवर्धन चैयरमेन राम सिंह राव ने औचक निरीक्षण किया तो इंदिरा रसोई की हकीकत सामने आई, जिस पर राव ने नाराजगी जताई. साथ ही, बनने वाले खाने की गुणवत्ता पर भी सवाल उठाए. 


राव ने काउंटर से 8 रुपये की पर्ची कटवाई और खाने का स्वाद लिया. खाना भी दोनों रसोइयों का एक जगह बनने से दूसरी इंदिरा रसोई पर पहुंचने पर आधा घंटा लग जाता है, जिससे खाना ठंडा हो जाता है. इस पर भी राव ने ठेकेदार को लताड़ लगाई और भविष्य में व्यवस्थाओं को दुरुस्त कर आमजन को गुणवत्ता पूर्ण खाना परोसने के निर्देश दिए. 


Reporter- Amit Yadav