Jaipur, जयपुर : डीजीपी एम एल लाठर की सेवानिवृत्ति के मौके पर राजस्थान पुलिस अकादमी में भव्य विदाई समारोह आयोजित कर भावभीनी विदाई दी गई. इस दौरान परेड के जरिए सलामी दी गई. 


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डीजीपी लाठर ने शानदार परेड के लिए आरपीए निदेशक एवं उनकी टीम के साथ परेड में शामिल पुलिसकर्मियों की सराहना की. उन्होंने डीजीपी के रूप में विगत 2 वर्षो सहित संपूर्ण सेवाकाल के दौरान मिले सहयोग के लिए सभी पुलिस अधिकारियों और जवानों के प्रति आभार व्यक्त किया. 


डीजीपी एमएल लाठर ने कहा कि उन्होंने जुवेनाइल मामलों के लिए महिला सहायक उपनिरीक्षक की तैनाती, साइबर थानों की शुरूआत, पुलिस कर्मियों की पदोन्नति, सिपाहियों को जांच अधिकारी के रूप में नियुक्त करने, पुलिस थानों में स्वागत कक्ष बनाने, पुलिस कर्मियों के लिए रोडवेज पास की सुविधा, पुलिस कर्मियों के लिए कोविड पैकेज, थानाधिकारी के रूप में पुलिस निरीक्षक की तैनाती, मोबाइल इंवेस्टिगेशन यूनिट सहित अन्य कार्य करवाकर आमजन के साथ-साथ पुलिसकर्मियों का भी मनोबल बढ़ाया है. 


उन्होंने लंबित प्रकरणों के निस्तारण में देश में अग्रणी होने और जांच अवधि में रिकॉर्ड कमी लाने के लिये पुलिस कर्मियों को बधाई दी. डीजीपी ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा अपनायी गई निर्बाध पंजीकरण की नीति से भले ही अपराधों की संख्या बढ़ी है, लेकिन इससे महिलाओं सहित कमजोर वर्गों को न्याय सुलभ हो रहा है. 


इस दौरान सेरेमोनियल परेड में जयपुर स्थित चौथी एवं पांचवी बटालियन आरएसी, हाडीरानी महिला बटालियन, पुलिस आयुक्तालय जयपुर, यातायात पुलिस, जयपुर ग्रामीण तथा ईआरटी की टुकड़ियों ने लाठर को सलामी दी. इससे पूर्व अकादमी परिसर पंहुचने पर मुख्य द्वार से लाठर को पुलिस परंपराओं के अनुसार, घुड़सवार पुलिस और मोटर साइकिल राईडर्स द्वारा सम्मानपूर्वक स्टेडियम तक लाया गया. इस अवसर पर नामित डीजीपी उमेश मिश्रा, सेवानिवृत्त डीजीपी के एस बेंस और एडीजी सहित राजस्थान पुलिस के अधिकारी गण एवं पुलिस जवान मौजूद रहे.