Jaipur: नगर निगम हैरीटेज में वर्किंग कमेटियों का गठन नही होने से चार दिन से कांग्रेस और निर्दलीय पार्षद धरने पर बैठे है. हालांकि पार्षदों के इस धरने को अब ना तो कांग्रेस के सीनियर नेता सीरियस ले रहे और न ही मेयर. विरोध के बाद भी सुनवाई नहीं होने पर आज धरना दे रहे पार्षदों ने अब सीएम से मुलाकात करने की रणनीति बनाई है. उन्होंने कहा कि अगर सरकार हमारी बात नहीं सुनेगी तो संभावना है कि अगले सप्ताह से हम भूख हड़ताल पर बैठ जाए.


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धरना स्थल पर मीडिया से बात करते हुए कांग्रेस पार्षद मोहम्मद फारूख ने बताया कि प्रताप सिंह जी 7 दिन का अल्टीमेटम देकर गए थे. जो मंगलवार को पूरे हो रहे हैं. अगर सात दिन में समितियां नहीं बनी तो हम सीएम हाउस जाएंगे. उनसे मिलने के बाद कोई बड़ा फैसला लेंगे. इधर निर्दलीय पार्षद जाहिदा बानो की जगह धरने पर बैठे उनके पति हाजीनवाब चिरानिया ने बताया कि हम समितियों के लिए कई जगह दर-दर की ठोकरे खा चुके है. सीएम, मंत्री, विधायक सब से मिल लिए.


पिछले बार जब हमने विरोध किया था तब कहा था कि 26 जनवरी तक समितियां बन जाएगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. अब हम सोमवार को एक बार सीएम सहाब से मुलाकात करेंगे. उसके बाद कोई निर्णय करेंगे. हो सका तो हम भूख हड़ताल पर बैठेंगे. दरअसल पूरा मामला अब तीन गुटों में बटें विधायकों के कारण उलझा पड़ा है. विधायक प्रताप सिंह, रफीक खान और महेश जोशी. ये तीनों ही विधायक समिति चैयरमेनों के नाम और संख्या निर्धारित नहीं कर पा रहे. इस कारण अब इनमें आपसी विवाद भी बढ़ता जा रहा है. धरने के पहले दिन विधायक महेश जोशी तो दबी आवाज में ये कहते नजर आ हरे है कि अब नगर निगम हेरिटेज में जो काम पार्षदों के नहीं हो रहे वह उनके खाते में डाले जा रहे है, लेकिन जो काम हो रहे है वह दूसरों के खाते में डाले जा रहे है.


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