Jaipur: जमवारामगढ़ कस्बे से गुजर रहे मनोहरपुर दौसा नेशनल हाइवे पर इन दिनों आवारा मवेशियों का विचरण वाहन चालकों के लिए हादसे का सबब बना हुआ है. ऐसे में हाइवे पर आवारा पशुओं के लिए पुलिस की ओर से चलाया गया जागरूकता अभियान भी महज कागजी खानापूर्ति बन कर रह गया. हाइवे पर मवेशियों के बैठे रहने की वजह से कई बार दुर्घटनाए हो चुकी है. वहीं कई बड़े हादसे होते बचे है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

भाजयुमो के अजय लाटा रतनपुरा और अशोक शर्मा बोबाड़ी ने बताया कि मनोहरपुर दौसा नेशनल हाइवे पर मनोहरपुर से लेकर दौसा तक जगह जगह आवारा मवेशियों का विचरण रहता है तो कहीं बीच हाइवे झूंड में खडे़ रहते है. साथ जगह-जगह झुंड बना कर बैठ जाते है. इस दौरान ग्रामीणोंऔरवाहन चालकों द्वारा उन्हे हटाने पर वे मारने को दौड़ते है. ग्रामीणों का कहना है कि हाइवे पर दिनभर हाइवे पैट्रोलिंग और हाइवे गश्ती दल रहता है. लेकिन हाइवे पर मवेशियों को देखने के बाद भी वे अपनी आंख बंद कर निकल जाते है.


हाइवे प्रबन्धन की लापरवाही की वजह से आये दिन सड़क दुर्घटनाये होती है लेकिन बावजूद इसके कोई सुधार नही होता दिखता है. गौरतलब है कि हाइवे पर आवारा पशुओं की वजह से आए दिन होने वाली दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए एसपी जयपुर ग्रामीण के निर्देश पर एएसपी हाइवेऔरयातायात के निर्देशन में विशेष अभियान चलाया गया था. जिसमें यातायात पुलिसकर्मियों ने हाइवे के पास स्थित गांवों के लोगों की बैठक लेकर उनको जागरूक किया था.
यहां रहता है विचरण. जानकारी के अनुसार हाइवे से लगते गांवों में आवारा पशु खेतों में फसल को भी चट कर रहे है. किसानों द्वारा भगाने पर ये पशु हाइवे पर आकर बैठ जाते है. मनोहरपुर दौसा हाइवे पर रतनपुरा, गठवाड़ी, चिलपली मोड़, रायसर, दांतली, भावनी, आंधी और डांगरवाडा गांव में हाइवे पर पशुओं का अधिक विचरण रहता है.


Reporter- Amit Yadav


ये भी पढ़े: अशोक गहलोत पर जब पहली बार सोनिया गांधी ने जताया था भरोसा, सौंपी थी ये बड़ी जिम्मेदारी


ये भी पढ़े: राहुल गांधी करेंगे राजस्थान के नए सीएम के नाम का फैसला, सोनिया गांधी और अशोक गहलोत के साथ बैठक जल्द