Jaipur Jawahar Kala Kendra: प्रदेश के सबसे बड़े सांस्कृतिक केंद्र जवाहर कला केंद्र आज अपना 30 वां स्थापना दिवस समारोह पूर्वक मनाया जा रहा . दो दिवसीय स्थापना दिवस समारोह में कला एवं संस्कृति विभाग की ओर से जवाहर कला केंद्र की विभिन्न आर्ट गैलरियों में कई कार्यक्रमों का आज शुभारंभ हुआ. समारोह का उद्घाटन कला एवं संस्कृति विभाग की प्रमुख शासन सचिव गायत्री राठौड़ ने वुडल वॉल पर जेकेके स्थापना दिवस शुभकामना संदेश और दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की.


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इस दौरान जवाहर कला केंद्र की अतिरिक्त महानिदेशक प्रियंका जोधावत और प्रदेशभर के कलाकार मौजूद रहे. इसके बाद जवाहर कला केंद्र की 30 वर्ष के इतिहास पर आधारित लगाई गई प्रदर्शनी का शुभारंभ किया. इस दौरान पत्रकारों से बातचीत करते हुए कला संस्कृति विभाग की प्रमुख शासन सचिव गायत्री राठौड़ ने कहा कि कहा कि जे के के उत्तर भारत का एक प्रमुख सांस्कृतिक केंद्र है. यहां पर देश विदेश के कलाकारों को उनकी कला के प्रदर्शन के लिए मंच प्रदान किया जाता है, साथ ही उन्होंने कहा कि आने वाले समय में जेकेके में वर्तमान आधुनिकता को ध्यान रखते हुए कलाकारों के लिए सुविधाओं को बढ़ाया जाएगा. 



राठौर ने बताया जवाहर कला केंद्र से निकले कलाकार आज राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न क्षेत्रों में अपनी पहचान बना चुके हैं. जवाहर कला केंद्र का मुख्य उद्देश्य कला और कलाकार को बढ़ावा देना है जो पिछले 30 वर्षों से लगातार जारी है और आगे भी जारी रहेगा. कलाकारों को उचित मंच प्रदान करने का जवाहर कला केंद्र एक सशक्त माध्यम है, यहां कलाकार अपनी कला का प्रदर्शन प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर पर करता है, जिससे उसकी एक अलग ही पहचान बनती है. आने वाले समय में कला और कलाकार को आगे बढ़ाने के लिए सरकार द्वारा कई योजनाएं चलाई जा रही है, इससे प्रदेश ही नहीं देश की कला को और अधिक बढ़ावा मिले और कलाकारों का हित हो. वहीं इस दौरान रंगायन सभागार में अभिषेक गोस्वामी के निर्देशन में नाटक ''बड़े भाई साहब'' का मंचन किया गया. 


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वहीं शाम को संगीत कार्यक्रम में में सैंड ड्यून्स बैंड-मंजूर खान और ग्रुप की गायन प्रस्तुति होगी. इसमें दंगल मूवी सॉन्ग फेम सरवर खान और सरताज खान मांगणियार बतौर फीचरिंग आर्टिस्ट हिस्सा लेंगे. आपको बता दें कि जवाहर कला केंद्र की स्थापना दिवस दो दिवसीय फेस्टिवल में लोक कला-संगीत, नाटक, फिल्म स्क्रीनिंग, हस्तशिल्प-पुस्तक मेला कार्यशालाएं और प्रदर्शनियों का आयोजन किया जाएगा.